नई दिल्ली। शुक्रवार को पाक अधिकृत कश्मीर को लेकर दिए गए अपने बयान की वजह से आलोचनाओं का शिकार हो रहे जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री फारूख अब्दुल्ला ने खुद का बचाव करने के चक्कर में एक और विवादित बयान दे दिया है। फारूख अब्दुल्ला ने शनिवार को कहा कि अगर हिन्दूस्तान की सारी फौज भी आ जाए तो भी आतंकियों को रोक नहीं सकती।
यहां पत्रकारों से बात करते हुए उन्होंने अपने बयान को दोहराते हुए कहा कि पीओके पाकिस्तान का हिस्सा रहेगा और कश्मीर भारत का, ये कोई ऐसी बात नहीं है जो मैंने पहली बार कही हो। अगर हिन्दूस्तान की सारी फौज भी आ जाए तो आतंकियों और मिलिटेंट्स के खिलाफ डिफेंड नहीं कर सकती। उन्होंने आगे कहा कि इनसे बातचीत करके मामला हल करना यही एक रास्ता है, लेकिन वो नहीं होगा। आदमी से आदमी का संपर्क जरूरी है इसी तरह डर से लड़ा जा सकता है। उन्होंने मीडिया को लेकर कहा कि आज के समय में मीडिया काफी ताकतवर हो गया है और ऐसे में उन्हें कोई भी रिपोर्ट करने से पहले सोचना चाहिए कि उसका देश पर क्या प्रभाव पड़ेगा। मालूम हो कि शुक्रवार को फारूख अब्दुला पीओके को लेकर दिए अपने बयान की वजह से राजनीतिक दलों के निशाने पर आ गए थे।