• हरियाणा के स्‍वास्‍थ्‍य मंत्री महिला अफसर से भिड़े, मिला करारा जबाब

    फतेहाबाद। अपनी सरकार के मंत्रियों से भिड़ने वाले हरियाणा के स्‍वास्‍थ्‍य मंत्री अनिल विज यहां महिला पुलिस अधीक्षक से सरेआम उलझ गए। दोनों के बीच तीखी कहासुनी हुई। मं‍त्री जी ने अपना रोब दिखाने की कोशिश की, लेकिन एसपी संगीता कालिया ने भी उन्‍हें पूरा जवाब दिया। विज के एसपी को गेट आउट कहने पर संगीता ने जवाब दिया कि सरकारी अफसर हूं, यहां से नहीं जाऊंगी।...

    कहासुनी तेज  होने पर बैठक छोड़कर निकले अनिल विज

    फतेहाबाद। अपनी सरकार के मंत्रियों से भिड़ने वाले हरियाणा के स्‍वास्‍थ्‍य मंत्री अनिल विज यहां महिला पुलिस अधीक्षक से सरेआम उलझ गए। दोनों के बीच तीखी कहासुनी हुई। मं‍त्री जी ने अपना रोब दिखाने की कोशिश की, लेकिन एसपी संगीता कालिया ने भी उन्‍हें पूरा जवाब दिया। विज के एसपी को गेट आउट कहने पर संगीता ने जवाब दिया कि सरकारी अफसर हूं, यहां से नहीं जाऊंगी।

    घटना यहां शुक्रवार को आयोजित कष्‍ट निवारण समिति की बैठक के दौरान हुई। बैठक की अध्‍यक्षता स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज कर रहे थे। बैठक में जन शिकायतों की सुनवाई हो रही थी। इसी दौरान अनिल विज व एसपी संगीता कालिया के बीच कहासुनी हो गई। विवाद काुी बढ़ गया और इससे हंगामे की स्थिति पैदा हो गई।

     तैश में आए स्वास्थ्य मंत्री ने एसपी से कहा-गेट आउट। एसपी ने जवाब दिया-मैं सरकारी ऑफिसर हूं, नहीं जाऊंगी। इस बात पर भड़के अनिल विज बैठक बीच में छोड़कर चले गए। जाते हुए बोले, जब तक ये एसपी यहां है, मैं किसी बैठक में नहीं आऊंगा। बैठक में फरियादियों के अलावा सभी प्रशासनिक अधिकारी, विभिन्न विभागों के मुखिया, भाजपा कार्यकर्ता व पत्रकार मौजूद थे। शिकायतों की सुनवाई का सिलसिला चल रहा था। दसवीं शिकायत सुनी जा रही थी। रतिया निवासी मनदीप सिंह नथवान ने शिकायत दी कि उनके क्षेत्र में अवैध शराब की बिक्री हो रही है।

    इस पर अनिल विज ने अपने पास बैठी एसपी संगीता कालिया से पूछा, बताओ जी शराब की बिक्री क्यों नहीं रुक रही। एसपी ने कहा, हम तो कार्रवाई कर ही रहे हैं। हमने शराब बिक्री रोकने के लिए 2500 पर्चे दर्ज किए हैं। विज ने कहा कि इतने पर्चे कट गए तो अवैध शराब कैसे बिक रही है। एसपी ने जवाब में कहा कि तस्कर जमानत पर आने के बाद फिर बेचने लग जाते हैं। हम क्या कर सकते हैं।


    विज ने कहा कि सिर्फ पर्चे काटना पुलिस का काम नहीं, शराब की बिक्री रोकना आपकी जिम्मेदारी है। एसपी ने पलटकर कहा कि हम किसी को जान से तो मार नहीं सकते। विज ने कहा, क्या मान लें कि पुलिस ही शराब बिकवा रही है। एसपी का जवाब था कि शराब हम नहीं, सरकार बिकवाती है। सरकार ने ठेकेदारों को लाइसेंस दे रखे हैं।

    इसी बात पर विज भड़क गए और एसपी को बैठक से बाहर जाने को कह दिया। उन्‍होंने गुस्से में आकर कहा-गेट आउट। इस बीच विज ने जिला उपायुक्‍त (डीसी) से कहा कि जब तक ये एसपी फतेहाबाद में है, मैं कष्ट निवारण समिति की बैठक में नहीं आऊंगा। अनिल विज के जाने के बाद वहां एक दम माहौल बिगड़ गया। स्थिति संभालने के लिए अधिकारियों ने दोबारा मीटिंग संभाली, जिसके बाद तमाम शिकायतें डीसी एनके सोलंकी ने हीं सुनी।

    बैठक से निकलने के बाद अनिल विज सीधे जवाहर चौक स्थित आरएसएस की शाखा कार्यालय में पहुंचेे। यहां पर उन्होंने पार्टी कार्यकर्ताओं से बातचीत की। इस दौरान पत्रकारों ने बैठक छोड़कर आने की वजह पूछी तो उन्होंने कहा, मैंने तो एसपी से कहा था कि वह ड्यूटी नहीं समझतीं तो यहां से उठकर चली जाएं। वह नहीं गईं तो मैं उठकर चला आया। ऐसे में मेरे वहां बैठने का औचित्य ही नहीं था।

    विज ने कहा, अब इस मामले में सीएम से बात करूंगा। जब तक यह एसपी फतेहाबाद में है, मैं कष्ट निवारण समिति की बैठक में नहीं आऊंगा। इस मामले में पुलिस अधीक्षक से भी उनका पक्ष जानने की कोशिश की गई। लेकिन फिलहाल एसपी या उनके प्रवक्ता की तरफ से कोई प्रतिक्रिया नहीं आई। जिले के तमाम अधिकारी इस मामले पर चुप्पी साधे हुए हैं।

    अनिल विज मीटिंग छोड़कर जाने लगे तो जिला उपायुक्त एनके सोलंकी ने उन्हें रोकने की कोशिश की। बोले, सर आप तो बड़े हैं, नाराज नहीं होना चाहिए। विज ने उनकी नहीं सुनी। इसके बाद पूर्व विधायक स्वतंत्र बाला चौधरी ने भी विज से बात की। उन्होंने विज से कहा, मैं आपके साथ हूं और इस बात से सहमत हूं कि यहां खूब नशा बिक रहा है। विज ने गाड़ी में ही बैठे-बैठे एक मिनट के लिए लोगों से बात की। इसके बाद चले गए। जब वहां अफरा तफरी का माहौल था तो भीड़ में से एक आवाज भी आई। किसी ने कर्मचारी एकता जिंदाबाद का नारा लगाया, मगर उसको किसी का साथ नहीं मिला।

अपनी राय दें