नई दिल्ली। गुरुवार से संसद का शीतकालीन सत्र शुरू हो रहा है साथ ही आज भारत पहली बार बाब अंबेडकर की जयंती पर पहली बार संविधान दिवस भी मना रहा है। संसद सत्र के लिए पहुंचे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने डॉ. अंबेडकर को याद करते हुए कहा कि हमारा संविधान रे ऑफ होप (उम्मीद की किरण) और एक पथप्रदर्शक के रूप में हमारे साथ है। होप (HOPE) होप से मेरा आशय है एच फॉर हार्मनी, ओ फॉर ऑपर्च्युनिटी, पी फॉर पार्टीसिपेशन और ई फॉर इक्वेलिटी।
उन्होंने शीलकालीन सत्र को लेकर कहा कि वाद हो, विवाद हो, संवाद हो यही संसद की आत्मा है। मुझे खुशी हुई कि सभी दलों ने वाद-विवाद संवाद के लिए तैयार हुए हैं। विश्वास है कि उत्तम आचरण, उत्तम विचारों, उत्तम चर्चा और नए-नए इनोवेटिव आयडिया के साथ सदन भी उतना ही चमकता रहेगा। मुझे पूरा विश्वास है कि हम सभी सांसद देश की जनता की उम्मीदों पर खरे उतरेंगे।