• प्रधानमंत्री ने किया सिंगापुर में 'आईटीई' का

    सिंगापुर। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपनी सिंगापुर यात्रा के दूसरे दिन मंगलवार को यहां के कौशल विकास प्रशिक्षण केंद्र 'इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्निकल एजुकेशन' (आईटीई) का दौरा किया। ...

    सिंगापुर। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपनी सिंगापुर यात्रा के दूसरे दिन मंगलवार को यहां के कौशल विकास प्रशिक्षण केंद्र 'इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्निकल एजुकेशन' (आईटीई) का दौरा किया। भारतीय प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) ने ट्वीट किया, "तकनीकी शिक्षा पर तवज्जो। प्रधानमंत्री 'आईटीई' में जो कि सिंगापुर के प्रधानमंत्री ली सीन लूंग के निर्वाचन क्षेत्र में स्थित है।"

    संस्थान की वेबसाइट के मुताबिक, "कॅरियर और तकनीकी शिक्षा के प्रमुख प्रदाता के तौर पर आईटीई का लक्ष्य छात्रों और वयस्क शिक्षार्थियों के लिए रोजगार और आजीवन सीखने के लिए कौशल, ज्ञान और मूल्य प्राप्त करने का अवसर देना है।" मोदी के साथ सिंगापुर के प्रधानमंत्री ली सीन लूंग भी आईटीई गए। संस्थान के दौरे से पूर्व ली ने मोदी के सम्मान में दोपहर भोज का भी आयोजन किया था। भोज के अवसर पर अपने संबोधन में मोदी ने सिंगापुर को एशिया का आर्थिक शेर बताया और कहा कि वह भारत के बदलाव में एक बड़ा साझेदार है।

    भारत और सिंगापुर ने मंगलवार को सामरिक साझेदारी और विभिन्न क्षेत्रों में नौ समझौतों पर हस्ताक्षर किए। दस्तावेजों पर हस्ताक्षर करने के बाद विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता विकास स्वरूप ने ट्विटर के जरिए कहा कि दोनों प्रधानमंत्रियों ने दोनों देशों की संस्कृतियों के महत्व को रेखांकित किया और अधिक प्रदर्शनियां, आदान-प्रदान और परस्पर बातचीत को प्रोत्साहित किया।

    प्रवक्ता के मुताबिक, मोदी और ली ने विज्ञान और प्रौद्योगिकी, खासतौर पर अंतरिक्ष, जैविक चिकित्सा और आयुर्वेद के क्षेत्रों में सहयोग को आगे बढ़ाने के लिए साझा लाभ की भी बात की।


    दोनों प्रधानमंत्रियों ने दोनों देशों के बीच कूटनीतिक संबंधों के 50 वर्ष पूरे होने के प्रतीक के तौर पर भारत के राष्ट्रपति भवन और सिंगापुर के राष्ट्रपति निवास इस्ताना के चित्र वाले दो डाक टिकट भी जारी किए।

    इस्ताना में मंगलवार सुबह मोदी का औपचारिक रूप से स्वागत भी किया गया, जिसके बाद उन्होंने सिंगापुर के राष्ट्रपति टोनी केंग याम और 'एमेरिट्स सीनियर मिनिस्टर' गोह चोक टोंग से भी मुलाकात की।

    मोदी सोमवार को मलेशिया से सिंगापुर पहुंचे थे।

अपनी राय दें