• भारत और मलेशिया के बीच सैन्य सहयोग पर सहमति

    क्वालालंपुर ! विश्व भर में बढ़ते आतंकवादी हमलो की कड़ी निंदा करते हुये भारत और मलेशिया ने आज विभिन्न स्तर पर बातचीत के जरिये सैन्य सहयोग बढ़ाने पर सहमति जताई है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की मलेशिया यात्रा के दौरान दोनों शीर्ष नेताओं के बीच बातचीत के बाद दोनों देशों के बीच सामरिक साझेदारी बढ़ाने पर जारी एक संयुक्त बयान में यह घोषणा की गयी।...

    क्वालालंपुर  !   विश्व भर में बढ़ते आतंकवादी हमलो की कड़ी निंदा करते हुये भारत और मलेशिया ने आज विभिन्न स्तर पर बातचीत के जरिये सैन्य सहयोग बढ़ाने पर सहमति जताई है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की मलेशिया यात्रा के दौरान दोनों शीर्ष नेताओं के बीच बातचीत के बाद दोनों देशों के बीच सामरिक साझेदारी बढ़ाने पर जारी एक संयुक्त बयान में यह घोषणा की गयी। दोनों देशों ने रक्षा क्षेत्र में आपसी हित की परियोजनाओं पर सहयोग बढ़ाने का भी फैसला किया । बयान में बताया गया कि दोनों देशों ने मलेशिया में भारतीय पायलटों द्वारा एसयू 30 एमकेएम प्रशिक्षण कार्यक्रम के सफलतापूर्वक सम्पन्न कराने में भारतीय मदद को और आगे बढ़ाते हुये प्रशिक्षण ,रखरखाव ,तकनीकि सहायता और सुरक्षा मुद्दों पर सहयोग के लिये एस-यू 30 मंच गठित करने में सहमति दी है। दोनों देशों ने आतंकवाद के हर रूपों की कड़ी निंदा करते हुये राज्यों को आतंकवाद अस्वीकार करने और आतंकवाद के सभी दोषियों को न्याय के कटघरे में खड़ा करने की जरूरत पर बल दिया है। साथ ही आपसी सहयोग से इसका मुकाबला करने का संकल्प लिया।


    भारत और मलेशिया ने आतंकवाद के अलावा अन्य सभी प्रकार के खतरों से भी निपटने के लिये सर्वश्रेष्ठ उपायों पर भी साझेदारी पर सहमति जताई। इसके अलावा दोनों देशों के बीच सजायाफ्ता कैदियों को एक दूसरे को हस्तांतरण किये जाने पर भी एक समझौते पर बातचीत के लिये सहमति हुयी। दोनों देशों ने निवेश के साथ आपसी व्यापार बढ़ाने पर भी प्रतिबद्धता जताई। बयान के मुताबिक दोनों देशों ने खासतौर पर अवसंरचना और निर्माण क्षेत्र में संयुक्त उद्यमों को बढ़ावा देने पर बल देते हुये मलेशियाई उद्यमों को निवेश का अवसर देती भारत की मेक इन इंडिया,डिजिटल इंडिया जैसी विकासशील और व्यपारिक पहलों के अनुरूप दोनों देशों के निजी क्षेत्रों के बीच संयुक्त परियोजनाओं और सहभागिता बढ़ाने पर भी सहमति जताई। इसके अलावा दोनों देशों ने पारंपरिक चिकित्सा पद्धति पर भी आपसी सहयोग बढ़ाने पर जोर दिया जिसमें आयुर्वेदिक तथा अन्य भारतीय चिकित्सा पद्धतियां हैं।

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