• करोड़ों का कालाधन भेजा जा रहा विदेश'

    नई दिल्ली ! एचएसबीसी बैंक के व्हिसलब्लोअर हर्व फल्सियानी का दावा है कि भारत से अभी भी करोड़ों रुपए का कालाधन देश से बाहर भेजा जा रहा है जबकि पहले से जमा कालाधन वापस लाने पर केंद्र सरकार संजीदा नहीं है। पे्रस क्लब में स्वराज अभियान के प्रशांत भूषण व योगेंद्र यादव के साथ स्काइप लिंक पर मीडिया से बात करते हु...

    नई दिल्ली !   एचएसबीसी बैंक के व्हिसलब्लोअर हर्व फल्सियानी का दावा है कि भारत से अभी भी करोड़ों रुपए का कालाधन देश से बाहर भेजा जा रहा है जबकि पहले से जमा कालाधन वापस लाने पर केंद्र सरकार संजीदा नहीं है। पे्रस क्लब में स्वराज अभियान के प्रशांत भूषण व योगेंद्र यादव के साथ स्काइप लिंक पर मीडिया से बात करते हुए फल्सियानी ने यह बातें कहीं। दरअसल, फल्सियानी ने एचएसबीसी में कालाधन जमा कराने वालों की सूची सार्वजनिक की थी। फल्सियानी ने कहा कि वह कालेधन की जांच की लिए भारतीय एजेंसियों के साथ सहयोग करने को तैयार हैं। लेकिन इसके लिए सरकार को पहले भरोसा दिलाना होगा कि वह उन्हें सुरक्षा मिलेगी। इसके बाद वह यह सूचनाएं बगैर किसी आर्थिक फायदे के भारत सरकार से साझा कर सकते हैं। उन्होंने बताया कि भारत से लाखों करोड़ों का कालाधन बाहर भेजा जा रहा है। इसकी उन्हें जानकारी भी है। कालेधन के वास्तविक आंकड़े पर फल्सियानी ने कहा कि यहां धन का आंकड़ा बताने नहीं आए हैं, बल्कि कोशिश संभावित समाधानों पर चर्चा करने की है। उन्होंने दोहराया कि कालेधन के खिलाफ लड़ाई के लिए किसी प्रकार की कोई नई पेशकश नहीं है। बस इतनी सी मांग है कि भारत आने पर उन्हें पूरा संरक्षण मिले। भारतीय एजेसियां उन्हें गिर तार न करने का आश्वासन दें। दूसरी तरफ प्रशांत भूषण ने बताया कि फल्सियानी पर स्विटजरलैंड में एचएसबीसी की जिनेवा शाखा के खाताधारकों की सूचनाएं लीक करने का आरोप है।  बाद में यह सूचनाएं फ्रांस की सरकार के पास पहुंची। फ्रांसीसी सरकार ने जिसे भारत सरकार को दीं हैं। प्रशांत भूषण ने भी आरोप लगाया कि मोदी सरकार कालाधन वापसी पर संजीदा नहीं है। इसके लिए बेहद लचर योजना लाने के बाद भी सिर्फ एक फीसदी कालाधन के धारकों ने अपने नाम बताए हैं। प्रशांत भूषण के मुताबिक, इसकी बड़ी वजह यही है कि कालाधन धारकों को यकीन है कि सरकार इस मामले में कुछ भी करने नहीं जा रही है। केंद्र सरकार की तरफ से गठित काले धन पर एसआईटी केसलाहकार की फल्सियानी से मुलाकात में भी यही बात सामने आती है।


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