• असम के प्रख्यात साहित्यकार और पत्रकार बोर्गोहैन भी लौटाएंगे साहित्य अकादेमी पुरस्कार

    देश में बढ़ती असहिष्णुता के विरोध में साहित्य अकादेमी पुरस्कार लौटाने वाले लेखकों की श्रेणी में असम के प्रख्यात साहित्यकार और पत्रकार होमेन बोर्गोहैन भी शामिल होने जा रहे हैं। होमेन ने भी अपना पुरस्कार लौटाने का निर्णय लिया है। ...

    गुवाहाटी, 13 अक्टूबर। देश में बढ़ती असहिष्णुता के विरोध में साहित्य अकादेमी पुरस्कार लौटाने वाले लेखकों की श्रेणी में असम के प्रख्यात साहित्यकार और पत्रकार होमेन बोर्गोहैन भी शामिल होने जा रहे हैं। होमेन ने भी अपना पुरस्कार लौटाने का निर्णय लिया है।

    होमेन बोर्गोहेन को 1978 में असमी भाषा में अपने उपन्यास 'पिता पुत्र' के लिए साहित्य अकादेमी पुरस्कार दिया गया था।

    असम के एक अखबार में बोर्गोहैन ने लिखा, "दादरी हत्या के बाद से ही मेरे भीतर एक मौन प्रतिरोध था लेकिन मुझे इसे प्रकट करने का तरीका नहीं मिल रहा था।"


    बोर्गोहैन ने कहा, "बढ़ती धार्मिक असहिष्णुता के खिलाफ एक के बाद एक करके दस लेखकों द्वारा साहित्य अकादमी पुरस्कार लौटाए जाने पर मुझे भी लगा कि मुझे अपना विरोध प्रकट करने का एक तरीका मिल गया है।"

    यह कदम उठाने के बारे में बोर्गोहैन ने कहा, "मेरा यह कदम केवल दादरी हत्या के खिलाफ ही नहीं है, बल्कि यह देश में बढ़ती फासीवादी प्रवृत्ति और भारतीय सभ्यता और संस्कृति पर प्रहार करने की कोशिश कर रहीं बुरी ताकतों के खिलाफ भी है।"

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