• आस्था के साथ खिलवाड़ बर्दाश्त नहीं : उमा भारती

    देहरादून ! पतित पावनी मां गंगा से जुड़ी आस्था के साथ अब कोई खिलवाड़ नहीं होने दिया जायेगा। गंगा नदी को बचाने के लिए सब को एक साथ प्रयास करना होगा। यह उद्गार केंद्रीय जल संसाधन मंत्री उमा भारती ने रविवार को परमार्थ निकेतन आश्रम में नमामि गंगे पर राष्ट्रीय कार्यशाला के समापन के दौरान कहीं।...

    देहरादून !   पतित पावनी मां गंगा से जुड़ी आस्था के साथ अब कोई खिलवाड़ नहीं होने दिया जायेगा। गंगा नदी को बचाने के लिए सब को एक साथ प्रयास करना होगा। यह उद्गार केंद्रीय जल संसाधन मंत्री उमा भारती ने रविवार को परमार्थ निकेतन आश्रम में नमामि गंगे पर राष्ट्रीय कार्यशाला के समापन के दौरान कहीं। उन्होंने कहा कि पतित पावनी गंगा को प्रदूषण मुक्त बनाने के लिए एवं किए गए काम की निगरानी के लिए केंद्र सरकार की ओर से इको टास्क फोर्स का गठन किया गया है। इसमें आर्मी के जवानों को शामिल किया गया है। उत्तराखंड में गंगा किनारे अवैध खनन पर पूर्णतया प्रतिबंध लगाया जाएगा। गंगा किनारे हो रहे अवैध खनन की जांच करने शीघ्र ही केंद्र की जल व पर्यावरण विभाग की टीम निरीक्षण करेंगी। उन्होंने कहा कि अभी तक गंगा को प्रदूषण मुक्त बनाने की योजना में गंगा नदी से जुड़े प्रदेशों में सरकार का पूरा सहयोग मिलता रहा है। उन्हें उम्मीद है कि आगे भी प्रदेश सरकारों का सहयोग मिलता रहेगा। उमा भारती ने कहा कि गंगा को प्रदूषण मुक्त बनाने के लिए प्रदेश सरकार को पैसा नहीं खर्च करना पड़ेगा। इसके लिए पूरा पैसा केंद्र से मिलेगा। पहले नमामि गंगे में 30 फीसदी राज्य सरकार और 70 फीसदी पैसा केंद्र को खर्च करना था परन्तु राज्य व केन्द्र में पैसे के लेनदेन को लेकर मतभेद था। इस कारण केंद्र सरकार ने निर्णय लिया कि केंद्र ही पूरा पैसा खर्च करेगा। प्रदेश सरकार को योजना के क्रियान्वन को केवल अपनी जमीन देनी होगी। उन्होंने कहा कि गंगा को प्रदूषण मुक्त बनाने के लिए पूरी योजना बन चुकी है। अनेक स्थानों पर इस योजना के तहत काम भी पूरा हो चुका है। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि मार्च 2018 से गंगा प्रदूषण मुक्त दिखना शुरू हो जाएगी। उन्होंने कहा कि गंगा को प्रदूषण मुक्त बनाने के लिए लोगों की आस्था का भी ध्यान रखा जायेगा। गंगा किनारे एक नहर बनाई जाएगी, जिसमें गंगा का जल डालकर उसमें मूर्ति विसर्जन किया जाएगा। बाद में इस पानी को साफ कर गंगा में मिला जाएगा। उन्होंने कहा कि गंगा को प्रदूषण मुक्त बनाने के लिए और योजना की निगरानी के लिए केंद्र सरकार की ओर से इको टास्क फोर्स का गठन किया गया है। टास्क फोर्स में आर्मी के जवानों को शामिल किया गया है। इस फोर्स में चार बटालियन हैं। एक बटालियन में एक हजार आर्मी के जवानों को शामिल किया गया। यह फोर्स तब तक काम करती रहेगी जब तक गंगा पूर्णतया प्रदूषण मुक्त नहीं हो जाती। उमा भारती ने कहा कि नमामि गंगे में गांव के लिए भी योजना तैयार की गई है। योजना के तहत गंदे पानी को गंगा में नहीं मिलने दिया जायेगा। किसान खेतों में गोबर की खाद डालकर खेती करेंगे। प्रदूषण विभाग ने गंगा किनारे कम लकड़ी में शव दहन की योजना तैयार की है। बिजली की कमी दूर करने को सोलर प्लांट लगाये जायेंगे। इसके लिए सरकार एक लाख सोलर पैनल खरीदेगी। इस मौके पर भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष विनय, राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य संजय चतुव्रेदी, नमामि गंगे के राष्ट्रीय संयोजक त्रिवेंद्र सिंह रावत, सांसद टिहरी माला राज्य लक्ष्मी शाह, ऋषिकेश विधायक प्रेमचंद अग्रवाल, यमकेश्वर विधायक विजय बड़वाल, नमामि गंगे के उत्तराखंड संयोजक विमल कुमार, झारखंड से अनंत ओझा, बिहार से अशोक सिंह, यूपी से ब्रजबहादुर, पश्चिम बंगाल से सत्यव्रत, कार्यशाला संयोजक मदन सिंह रावत, नगर पालिका ढालवाल मुनि की रेती अध्यक्ष शिवमूर्ति कंडवाल, नवनीत राजपूत, दीपक भट्ट, इंद्रकुमार गोदवानी, संदीप गुप्ता, गुरुपाल बत्रा, गजेंद्र नागर आदि मौजूद थे।


अपनी राय दें