• नेताओं की 'गंदी बात' पर चुनाव आयोग ने लगाई कड़ी फटकार

    नई दिल्ली ! बिहार विधानसभा चुनाव में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन और महागठबंधन के नेताओं द्वारा अपने भाषणों में एकदूसरे के खिलाफ अभद्र, आक्रामक एवं ओछी भाषा के इस्तेमाल को देखते हुए चुनाव आयोग ने सभी राजनीतिक दलों को फटकार लगाई है और उन्हें आदर्श चुनाव आचार संहिता के अनुरूप मर्यादित आचरण करने एवं चुनावी गरिमा का ख्याल रखने का निर्देश दिया है।...

    -मर्यादित आचरण करने व चुनावी गरिमा का ख्याल रखने का निर्देश नई दिल्ली !   बिहार विधानसभा चुनाव में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन और महागठबंधन के नेताओं द्वारा अपने भाषणों में एकदूसरे के खिलाफ अभद्र, आक्रामक एवं ओछी भाषा के इस्तेमाल को देखते हुए चुनाव आयोग ने सभी राजनीतिक दलों को फटकार लगाई है और उन्हें आदर्श चुनाव आचार संहिता के अनुरूप मर्यादित आचरण करने एवं चुनावी गरिमा का ख्याल रखने का निर्देश दिया है। बिहार में एक पखवाड़े से जारी चुनाव प्रचार अभियान में राजग और महागठबंधन के नेताओं ने जिस तरह भड़काऊ और निम्न स्तर की भाषा का प्रयोग किया है उसे देखते हुए आयोग ने गंभीर चिंता और क्षोभ भी जाहिर किया है। आयोग ने सभी राजनीतिक दलों को ऐसी भाषा का इस्तेमाल करने से बाज आने की अपील भी की है। गौरतलब है कि बिहार में चुनाव प्रचार के दौरान नेताओं ने शैतान, चारा चोर, नरभक्षी, राक्षस और गोमांस खाने जैसे आपत्तिजनक शब्दों का इस्तेमाल किया गया जिसके कारण राज्य का चुनावी माहौल पूरी तरह दूषित हो गया। इतना ही नहीं भाजपा के अध्यक्ष अमित शाह और राजद प्रमुख लालू यादव के खिलाफ प्राथमिकी भी दर्ज की गई है। भाजपा नेता एम वेंकैया नायडू के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल ने कल चुनाव आयोग से मिलकर शाह के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करने के लिए बिहार के दोषी अधिकारियों पर कार्रवाई करने की मांग की। इन घटनाक्रमों को देखते हुए चुनाव आयोग ने व्यथित होकर सभी राष्ट्रीय राजनीतिक दलों के अध्यक्षों और महासचिवों एवं बिहार की सभी क्षेत्रीय पार्टियों के अध्यक्षों एवं महासचिवों को पत्र लिखकर कड़ी हिदायत दी है कि वे चुनाव प्रचार के दौरान इस तरह की भाषा का इस्तेमाल न करें और आदर्श चुनाव आचार संहिता के अनुरूप अपना आचरण पेश करें। इस तरह की भाषा से समाज में साम्प्रदायिक सौहार्द भंग होता है और हिंसा का माहौल बनता है जो लोकतंत्रिक गरिमा के अनुकूल नहीं है। भाषणों के दौरान ओछी, अभद्र तथा आक्रामक भाषा के इस्तेमाल पर गहरी चिन्ता तथा क्षोभ व्यक्त किया है और सभी राजनीतिक दलों को आदर्श चुनाव आचार संहिता के ऊंचे मानदंडों का पालन करने की हिदायत दी है। आयोग ने सभी दलों को यह हिदायत ऐसे समय दी है, जब पिछले एक पखवाड़े से राज्य में सभी राजनीतिक दलों के नेता एक-दूसरे पर हमले करते हुए स्तरहीन भाषा का इस्तेमाल कर रहे हैं और चुनाव आयोग से एक-दूसरे की शिकायतें भी कर रहे हैं।


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