लॉस एंजेलिस। एक महत्वपूर्ण घटनाक्रम में मरणासन्न मरीजों को चिकित्सक की सहायता से आत्महत्या का अधिकार देते हुए कैलिफोर्निया गवर्नर जेरी ब्राउन ने इससे संबंधित एक विधेयक पर हस्ताक्षर कर दिया है।
कैलिफोर्निया में धार्मिक और असक्षमता अधिकार समूहों के सख्त विरोध के साथ वर्षों से राइट-टू-डाय यानी मृत्यु अधिकार पर मुहिम जारी है।
पिछले वर्ष मस्तिष्क कैंसर से पीड़ित 29 वर्षीय कैलिफोर्निया निवासी ब्रिटनी मेनार्ड के अपना जीवन समाप्त करने के लिए ओरेगोन जाने के बाद मुहिम ने काफी जोर पकड़ा।
समाचार एजेंसी सिन्हुआ की रपट के मुताबिक कैलिफोर्निया सीनेट में गत महीने मंजूर हुआ यह विधेयक ऐसे मरीजों को जीवन समाप्त करने वाली दवाएं देने का अधिकार देता है, जिनके जीवन के चिकित्सीय दृष्टि से केवल छह माह या कम ही शेष हैं।
इसके लिए जरूरी है कि मरीज इस फैसले के लिए मानसिक रूप से और दवाएं खुद लेने के लिए शारीरिक रूप से सक्षम हों। साथ ही वे जानलेवा दवाओं के लिए लिखित में अनुरोध करें और दो चिकित्सक इन दवाओं को मंजूरी दें।
कैलिफोर्निया में यह नया कानून 2016 से लागू होगा। कानून लागू होने के बाद ओरेगोन, वॉशिंगटन, वरमोंट और मोंटाना के बाद कैलिफोर्निया मरणासन्न मरीजों को यह अधिकार देने वाला पांचवां अमेरिकी राज्य हो जाएगा।