सिवनी जिले के बरघाट में हिंसा, तोडफ़ोड़ और आगजनी से बिगड़े हालात
सिवनी ! सिवनी जिले के बरघाट कस्बे में मारपीट के दौरान घायल हुए सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी के नेता कूपर चंद्र ठाकरे की मौत हो जाने के बाद सोमवार को उनके समर्थकों का गुस्सा फूट पड़ा। उन्होंने कई वाहनों और दुकानों में तोडफ़ोड़ और आगजनी की। हालात बिगड़ते देख जिला प्रशासन ने बरघाट कस्बे में कर्फ्यू लगा दिया है। पुलिस के अनुसार, लोहारा गांव के पूर्व सरपंच और वर्तमान में भाजपा के मंडल महामंत्री ठाकरे की कार से तीन अक्टूबर को एक साइकिल सवार को टक्कर लग गई थी, उसके बाद मोटरसाइकिल पर सवार होकर आए दो युवक नासिर व रजा ने अपने साथियों के साथ उनकी जमकर पिटाई कर दी थी, जिसमें ठाकरे बुरी तरह घायल हो गए थे। हालत गंभीर होने पर उन्हें उपचार के लिए नागपुर भेजा गया था, जहां रविवार की देर रात उनकी मौत हो गई।
ठाकरे की मौत की खबर आते ही बरघाट क्षेत्र के लोग सड़कों पर उतर आए और उन्होंने एक खास वर्ग के लोगों की दुकानों को निशाना बनाया। जमकर पथराव हुआ और कई वाहनों में तोडफ़ोड़ कर आग लगा दी गई। मौके पर पहुंचे जिलाधिकारी भरत यादव की कार पर भी पत्थर फेंके गए, जिससे उनकी कार का शीशा चकनाचूर हो गया। कलेक्टर भरत यादव ने बताया, कि स्थिति को नियंत्रित करने के लिए पहले धारा 144 लगाई गई थी। बाद में भीड़ के उपद्रव के चलते कई वाहनों और दुकानों को नुकसान पहुंचा है और बरघाट क्षेत्र में कर्फ्यू लगा दिया गया है। ठाकरे से मारपीट करने वाले दोनों आरोपी पहले ही गिरफ्तार किए जा चुके हैं। उपद्रव और तोडफ़ोड़ को देखते हुए आसपास के जिलों-जबलपुर, छिंदवाड़ा और बालाघाट से भारी पुलिस बल बुलाया गया है। और स्थिति पर नजर रखी जा रही है। कलेक्टर श्री यादव ने बताया, कि वे और पुलिस अधीक्षक आरपी सिंह खुद दोनों पक्षों से बातचीत कर रहे हैं। ताकि शांति व्यवस्था कायम की जा सके।
सिवनीमें भी लाठीचार्ज
घटना की सूचना जैसे ही जिला मुख्यालय सिवनी पहुंची वहां भी तनाव की स्थिति निर्मित हो गई। लोगों की भीड़ थाने के समक्ष जमा होने लगी। भीड़ को किसी तरह पुलिस ने खदेड़ा तो लोगों ने बस स्टेण्ड पहुंचकर तोडफ़ोड़ और पथराव शुरू कर दिया। वहां एकत्रित भीड़ को खदेडऩे और स्थिति पर काबू करने के लिये पुलिस ने लाठी चार्ज किया जिसमें कुछ लोगों को चोट आई हैं।
इस स्थिति के बाद नगर में दुकानें बंद कराई गई और कुछ शैक्षणिक संस्थाओं में अवकाश घोषित कर दिया गया
एसडीएम, एसडीओपी दल-बल के साथ लोगों को समझाइश दी।