काहिरा ! मिस्र के राष्ट्रपति अब्देल फतह अल-सीसी ने सोमवार को कहा कि हाल ही में गठित कैबिनेट के एजेंडे को नई संसद से सहमति मिलने का अर्थ यह होगा कि कैबिनेट अस्तित्व में बनी रहेगी। अल-सीसी ने कहा, "सरकार बदलने और नई संसद बनने में कोई संबंध नहीं है। यह संवैधानिक नहीं है कि कैबिनेट को इस्तीफा दे देना चाहिए। बल्कि, नई कैबिनेट को अपने कार्यक्रम को नई संसद के सामने रखना चाहिए। संसद उसे मंजूर कर सकती है।"
समाचार एजेंसी सिन्हुआ के अनुसार, राष्ट्रपति ने कहा, "उस वक्त मौजूद सरकार संसद के सामने कार्यक्रम रखेगी। अगर संसद उसे मंजूर कर लेती है तो सरकार उस पर अमल करने के लिए बनी रहेगी।"
उन्होंने कहा, "अगर ऐसा नहीं होता (संसद की मंजूरी नहीं मिलती तो) तो नई सरकार बनेगी।"
सितंबर में शपथ लेने वाली मौजूदा कैबिनेट को संक्रमणकालीन माना जा रहा है। इस महीने के अंत में मिस्र में बहुप्रतीक्षित संसदीय चुनाव होने जा रहे हैं।