• 'नीतीश वापस जाओ' के नारे लगाए , चप्पल व काले झंडे भी दिखाए

    नवादा ! बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को नवादा जिले के वारसलीगंज विधानसभा क्षेत्र में आयोजित एक चुनावी सभा में कुछ विरोधियों का सामना करना पड़ा। सभा में घुस आए चंद विरोधियों ने 'नीतीश कुमार वापस जाओ' के नारे लगाए और चप्पल भी दिखाए। इस पर जमकर हंगामा हुआ।...

    नवादा !   बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को नवादा जिले के वारसलीगंज विधानसभा क्षेत्र में आयोजित एक चुनावी सभा में कुछ विरोधियों का सामना करना पड़ा। सभा में घुस आए चंद विरोधियों ने 'नीतीश कुमार वापस जाओ' के नारे लगाए और चप्पल भी दिखाए। इस पर जमकर हंगामा हुआ। हंगामे के कारण मुख्यमंत्री को कुछ देर के लिए अपना संबोधन रोकना पड़ा। इधर, जनता दल (युनाइटेड) ने भाजपा पर मुख्यमंत्री की सभा में खलल डालने का आरोप लगाते हुए कहा कि विरोध करने वाले भाजपा के लोग थे।  नीतीश पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार, मंगलवार को वारसलीगंज के मैदान में एक चुनावी सभा को संबोधित कर रहे थे, तभी 25-30 की संख्या में पहुंचे मोदी समर्थक 'नीतीश कुमार वापस जाओ' तथा 'मोदी-मोदी' के नारे लगाने लगे। उन लोगों ने मुख्यमंत्री को काले झंडे और चप्पल दिखाए।  पुलिस के अनुसार, इस घटना के बाद जनता दल (युनाइटेड) समर्थक विरोध करने वालों के पास पहुंच गए और हाथापाई के कारण स्थिति तनावपूर्ण हो गई। अंत में विरोध करने वालों को सुरक्षाबलों ने खदेड़ दिया। इस दौरान मुख्यमंत्री को अपना भाषण रोक देना पड़ा।  वारसलीगंज के थाना प्रभारी संजय कुमार ने बताया कि मामले की छानबीन की जा रही है तथा सीसीटीवी फुटेज खंगाला जा रहा है।  मुख्यमंत्री यहां सत्तारूढ़ महागठबंधन (जदयू, राष्ट्रीय जनता दल और कांग्रेस) के उम्मीदवार प्रदीप कुमार के समर्थन में चुनावी सभा को संबोधित करने पहुंचे थे।  इधर, जदयू के प्रदेश अध्यक्ष वशिष्ठ नारायण सिंह ने भाजपा पर जदयू की चुनावी सभाओं में बाधा डालने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि अंदरूनी कलह और बगावत से जूझ रही भाजपा में दरअसल चुनाव का सही तरीके से मुकाबला करने का माद्दा नहीं है। यही कारण है कि वह जदयू की चुनावी सभाओं में खलल डालने का उपाय अपना रही है।  मुख्यमंत्री की सभा में कुछ लोगों द्वारा उनका विरोध करने, काले झंडा दिखाने और हंगामा के मुद्दे पर सिंह ने कहा कि इससे कोई फर्क नहीं पड़ने वाला। उन्होंने कहा कि विरोध करने वाले भाजपा के लोग थे।  उल्लेखनीय है कि दो सितंबर को समस्तीपुर के विभूतिपुर में पोलीटेक्निक कालेज के उद्घाटन के अवसर पर भी मुख्यमंत्री को कुछ लोगों के विरोध का सामना करना पड़ा था।


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