• रहस्यमय ढंग से गायब हार्दिक वकील के साथ मीडिया के सामने आये

    अहमदाबाद ! गुजरात के अरवल्ली जिले के तेनपुर में कल बिना अनुमति के एक सभा संबोधित करने के बाद पुलिस कार्रवाई के दौरान रहस्यमय ढंग से गायब हो गये पटेल अनामत आंदोलन समिति (पास) के संयोजक हार्दिक पटेल आज नाटकीय अंदाज में अपने वकील के साथ यहां मीडिया से रूबरू हुए और उन्होंने आरोप लगाया...

     बिहार जाने रोकने तथा गुजरात में आंदोलन कमजोर करने के लिए हाे रही कार्रवाई :  हार्दिक पटेल अहमदाबाद !  गुजरात के अरवल्ली जिले के तेनपुर में कल बिना अनुमति के एक सभा संबोधित करने के बाद पुलिस कार्रवाई के दौरान रहस्यमय ढंग से गायब हो गये पटेल अनामत आंदोलन समिति (पास) के संयोजक हार्दिक पटेल आज नाटकीय अंदाज में अपने वकील के साथ यहां मीडिया से रूबरू हुए और उन्होंने आरोप लगाया कि उन्हें आने वाले समय में बिहार में जाकर सभाएं करने से रोकने तथा गुजरात में उनके आंदोलन को कमजोर करने के लिए उनके खिलाफ कार्रवाई की जा रही है। हार्दिक ने आज रात पत्रकारों से कहा कि तेनपुर से उन्हें पुलिस के जैसे लगने वाले लोगों ने ही अपनी गाडी मे उठा लिया तथा आंदोलन करने पर जान से मारने (ठोंक डालने) की चेतावनी दी। उन्होंने कहा कि कई स्थानों पर पुलिस की जांच होने के बावजूद उस गाडी को नहीं रोका गया जिसमें उन्हें उठाया गया था तो उन्हें यकीन होने लगा कि ये पुलिसवाले ही है। हालांकि उन्होंने कहा कि यह फिलहाल जांच का विषय है। उन्होंने कहा कि आज अपराह्न लगभग साढे 11 बजे उन्हे मालिया के निकट सडक किनारे छोड दिया गया। फिर उन्होंने अपने साथियों को संदेश भेजा और स्थानीय पटेल समुदाय के लोगोें ने हलवद के निकट उन्हें सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया। उन्होंने बार बार दावा किया कि हालांकि बिहार के पटना में आने वाले समय में प्रस्तावित उनकी सभा गैर राजनीतिक है पर ऐस लगता है कि उन्हें वहां जाने से रोकने का प्रयास चल रहा है। उन्होंने कहा कि गुजरात में भी उनके आंदोलन को तोडने के लिए उनका फोन जब्त कर लिया गया तथा फेसबुक एकाउंट को डिलीट कर दिया गया। इस मौके पर उन्हें अदालत के समक्ष पेश करने के लिए गुजरात हाई कोर्ट में कल मध्य रात्रि के बाद लगभग दो बजे बंदी प्रत्यक्षीकरण याचिका (हेबियस कार्पस) दायर करने वाले कांग्रेस के विधि प्रकोष्ठ के संयोजक तथा वरिष्ठ अधिवक्ता बी एम मंगुकिया ने कहा कि हादिक के सामने आने के साथ ही उक्त याचिका का उद्देश्य पूरा हो गया अब कल अदालत में हार्दिक अपना पक्ष रखेंगे और अदालत जो निर्देश देगी उसका पालन करेंगे। एक प्रश्न के उत्तर में उन्होंने कहा कि यह साफ तौर पर अपहरण का मामला है और यह जांच का विषय है कि इस घटना को पुलिस ने स्वयं अंजाम दिया अथवा उसके या किसी अन्य के इशारे पर ऐसा किया गया है।  इससे पूर्व हार्दिक ने कहा कि उन्हें तेनपुर की सभा के बाद काले कांच वाली एक गाडी में बिठा लिया गया था तथा महेसाणा और बहुचराजी होते हुए आज मालिया और हलवद के निकट छोडा गया।


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