• खरीफ फसलों का उत्पादन 12.40 करोड़ टन होने का अनुमान

    नयी दिल्ली ! देश में वर्ष 2015-16 के दौरान चालू मानसून सीजन में औसत से 15 प्रतिशत कम वर्षा होने के बावजूद खरीफ फसलों का उत्पादन 12.40 करोड़ टन होने का अनुमान है, जो 2014-15 के पहले पूर्वानुमानों की तुलना में 37 लाख 80 हजार टन अधिक है।कृषि मंत्रालय की ओर से खरीफ फसलों के उत्पादन को लेकर आज यहां जारी पहली अग्रिम आकलन रिपोर्ट में कहा गया है ...

    नयी दिल्ली !  देश में वर्ष 2015-16 के दौरान चालू मानसून सीजन में औसत से 15 प्रतिशत कम वर्षा होने के बावजूद खरीफ फसलों का उत्पादन 12.40 करोड़ टन होने का अनुमान है, जो 2014-15 के पहले पूर्वानुमानों की तुलना में 37 लाख 80 हजार टन अधिक है। कृषि मंत्रालय की ओर से खरीफ फसलों के उत्पादन को लेकर आज यहां जारी पहली अग्रिम आकलन रिपोर्ट में कहा गया है कि इस बार धान का उत्पादन 9.06 करोड़ टन होने की उम्मीद है , जो पिछले वर्ष के पहले अग्रिम आकलन से 25.9 लाख टन अधिक है। खरीफ सीजन के दौरान 2015-16 में मोटे अनाजों का उत्पादन दो करोड़ 78 लाख 80 हजार टन होने का अनुमान है , जो गत वर्ष के पहले अग्रिम आकलन से 8.3 लाख टन अधिक है। इस बार मक्के के उत्पादन 1.551 करोड़ टन होने का अनुमान है , जो वर्ष 2014-15 पहले अग्रिम अनुमान से कुछ कम है। इस बार खरीफ सीजन के दौरान उड़द और मूंग के बुआई क्षेत्र में वृद्धि होने से दलहन का उत्पादन 55.6 लाख टन होने की उम्मीद है , जबकि पिछले वर्ष के पहले अग्रिम अनुमान में इसका उत्पादन 52 लाख टन होने का अनुमान किया गया था। वर्ष 2015-16 के पहले अग्रिम आकलन के अनुसार खरीफ के दौरान दलहनों का उत्पादन एक करोड़ 98 लाख 90 हजार टन होने का अनुमान है जो गत वर्ष के पहले पूर्वानुमान से 23 लाख अधिक है। इस बार समय से वर्षा होने के कारण सोयाबीन की बुआई क्षेत्र में वृद्धि हुई है। इस बार गन्ना का उत्पादन 34 करोड़ 14 लाख 30 हजार टन होने का अनुमान है जो गत वर्ष के पहले आकलन से 13 लाख 60 हजार टन कम है। इसी तरह कपास का उत्पादन तीन करोड़ 35 लाख 10 हजार गांठे होने का अनुमान है जो गत वर्ष के पूर्वानुमान से 11.2 लाख गांठे कम है। इस वर्ष मानसून के दौरान औसत से 15 प्रतिशत कम वर्षा हुई है जबकि 2014-15 के दौरान 12 प्रतिशत कम वर्षा हुई थी। सरकार ने सूखा प्रभावित क्षेत्रों के लिये न केवल आपात योजना तैयार की है बल्कि किसानों को डीजल और बीज पर सब्सिडी देने तथा राहत के कई अन्य उपाय करने की भी घोषणा की है।


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