• बिहार चुनाव : भाजपा 160, अन्य घटक 83 सीटों पर लड़ेंगे

    नई दिल्ली ! भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने कई दिनों की माथापच्ची के बाद सोमवार को बिहार विधानसभा चुनाव के लिए राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) के घटक दलों के साथ सीटों के बंटवारे को अंतिम रूप दिया। राज्य विधानसभा की 243 सीटों में से भाजपा 160 पर चुनाव लड़ेगी। शेष 83 सीटें पार्टी ने अपने तीन सहयोगी दलों- लोक जनशक्ति पार्टी (लोजपा), हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा (हम) और राष्ट्रीय लोक समता पार्टी (रालोसपा) के लिए छोड़ दी हैं।...

    नीतीश और लालू को सत्ता से बाहर करना मूल मकसद


    नई दिल्ली !   भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने कई दिनों की माथापच्ची के बाद सोमवार को बिहार विधानसभा चुनाव के लिए राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) के घटक दलों के साथ सीटों के बंटवारे को अंतिम रूप दिया। राज्य विधानसभा की 243 सीटों में से भाजपा 160 पर चुनाव लड़ेगी। शेष 83 सीटें पार्टी ने अपने तीन सहयोगी दलों- लोक जनशक्ति पार्टी (लोजपा), हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा (हम) और राष्ट्रीय लोक समता पार्टी (रालोसपा) के लिए छोड़ दी हैं। बिहार में चुनाव प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में लड़ने का फैसला किया गया और इस बात पर भी सहमति बनी कि मुख्यमंत्री उम्मीदवार का चुनाव मतगणना के बाद जीतने वाले विधायकों द्वारा किया जाएगा।  सहयोगी दलों को दी गई सीटों में सर्वाधिक 40 सीटें राम विलास पासवान की लोजपा को दी गई हैं। इसके बाद 23 सीटें उपेंद्र कुशवाहा की रालोसपा और 20 सीटें पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी के 'हम' को दी गई हैं। मांझी ने सोमवार को भाजपा अध्यक्ष से एक बार फिर उनके आवास पर मुलाकात की। इसके बाद अध्यक्ष अमित शाह ने पार्टी मुख्यालय में एक संवाददाता सम्मेलन के दौरान सीटों के बंटवारे की घोषणा की। शाह ने यह भी कहा कि समझौते के मुताबिक, हम के पांच उम्मीदवार भाजपा के टिकट पर चुनाव लड़ेंगे। संवाददाता सम्मेलन के दौरान पासवान, मांझी व कुशवाहा भी मौजूद थे।  शाह ने सीटों के बंटवारे को लेकर राजग के घटकों के बीच किसी प्रकार के मतभेद को खारिज किया और राज्य में दो तिहाई बहुमत से जीत के प्रति विश्वास जताया। उन्होंने कहा, "सीटों के बंटवारे पर हमारे बीच कोई मतभेद नहीं है। हम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में चुनाव लड़ेंगे और दो तिहाई बहुमत जीतने के प्रति आश्वस्त हैं।" घोषणा के तुरंत बाद पासवान व मांझी ने सीटों के बंटवारे पर खुशी जताई और राजग के रूप में संयुक्त रूप से चुनाव में जीत का संकल्प लिया।  पासवान ने संवाददाताओं से कहा, "सीटों के बंटवारे के फॉर्मूले से मैं बेहद खुश हूं। हमारा एक ही लक्ष्य है, नीतीश और लालू को सत्ता से बाहर करना और प्रदेश में राजग की सरकार बनाना। हमारा मूल मकसद राजग के उम्मीदवारों को जिताना होगा।" वहीं मांझी ने भी कहा कि वह चाहते हैं कि आगामी विधानसभा चुनाव में राजग जीत दर्ज करे। उन्होंने कहा, "हमारा ध्यान चुनाव जीतने वाले उम्मीदवारों के चयन का था। नीतीश व लालू को हराने के लिए हम एक संयुक्त बल के रूप में लड़ेंगे।" मुख्यमंत्री के उम्मीदवार के मुद्दे पर शाह ने कहा कि इसका फैसला चुनाव के बाद लिया जाएगा। उन्होंने कांग्रेस व लालू प्रसाद के राजद से गठजोड़ के लिए बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की आलोचना की। उन्होंने कहा, "लालू प्रसाद 'जंगलराज' के प्रतीक रहे हैं। उनसे गठबंधन कर नीतीश बिहार को अपराधमुक्त करने का वादा कर रहे हैं।" शाह ने कहा, "नीतीश जी विकास के जिन आंकड़ों का हवाला दे रहे हैं वे उस वक्त के हैं, जब भाजपा राज्य सरकार का हिस्सा थी। उस वक्त से लेकर अब तक कई बदलाव आए हैं। नीतीश कुमार के नेतृत्व में बिहार एक बार फिर जंगलराज की ओर बढ़ रहा है।" शाह ने बिहार के मतदाताओं से राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) को एक मौका देने की अपील की। शाह ने संवाददाताओं से कहा, "बिहार के लोगों ने कांग्रेस, राष्ट्रीय जनता दल (राजद) तथा जनता दल (युनाइटेड) को सत्ता सौंपी। मैं उनसे राजग को एक मौका देने की अपील करता हूं।" उन्होंने कहा, "बिहार के लिए यह विकास के लिए वोट देने का समय है, जिसके लिए राजग को वोट देना जरूरी है।" शाह ने कहा, "यहां हमारे पास एकजुट राजग है, जबकि उनके पास बिना नेता के महागठबंधन है।" बिहार में 243 सीटों वाले विधानसभा के लिए चुनाव पांच चरणों में होंगे। पहले चरण का मतदान 12 अक्टूबर को, जबकि अंतिम चरण का मतदान पांच नवंबर को होगा। मतगणना आठ नवंबर को होगी।

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