• दुनिया की जलवायु एक नए मोड़ पर, 2015-16 में टूटेंगे गर्मी के तमाम रिकॉर्ड

    ब्रिटेन ! ब्रिटेन के मौसम विभाग ने कहा कि दुनिया की जलवायु एक नए मोड़ पर पहुंच चुकी है और साल 2015 व 2016 के दौरान वैश्विक तापमान में रिकॉर्ड बढ़ोतरी होगी। समाचार पत्र 'द गार्जियन' की सोमवार की एक रपट के मुताबिक, विभाग ने कहा कि प्रशांत व अटलांटिक महासागर में प्राकृतिक जलवायु चक्र उलटा हो रहा है ...

    ब्रिटेन !   ब्रिटेन के मौसम विभाग ने कहा कि दुनिया की जलवायु एक नए मोड़ पर पहुंच चुकी है और साल 2015 व 2016 के दौरान वैश्विक तापमान में रिकॉर्ड बढ़ोतरी होगी। समाचार पत्र 'द गार्जियन' की सोमवार की एक रपट के मुताबिक, विभाग ने कहा कि प्रशांत व अटलांटिक महासागर में प्राकृतिक जलवायु चक्र उलटा हो रहा है और यह ग्लोबल वार्मिग में और बढ़ोतरी करेगा। यह पूरी दुनिया में लू सहित मौसम के मिजाज में परिवर्तन लाएगा, लेकिन संभावना है कि ब्रिटेन में गर्मी का मौसम सुहावना रहेगा। मौसम विभाग विश्लेषण के नेतृत्वकर्ता प्रोफेसर एडम स्केफे ने कहा, "हम इस काल को एक महत्वपूर्ण नए मोड़ के तौर पर फिर से देखेंगे।" उन्होंने कहा, "यही कारण है कि हम इस पर जोर दे रहे हैं, क्योंकि पहली बार कई तरह के बड़े परिवर्तन हो रहे हैं।" साल 2014 ने सबसे गर्म साल का रिकॉर्ड तोड़ दिया जब चीन, रूस, ऑस्ट्रेलिया और दक्षिण अफ्रीका के हिस्सों में लू ने कहर ढाया। ग्रीन हाउस गैसों के उत्सर्जन में बढ़ोतरी के बावजूद पिछले दशक में हालांकि हवा के तापमान में कम बढ़ोतरी देखी गई, जिसे कुछ लोगों ने जलवायु परिवर्तन में एक ठहराव करार दिया।  वस्तुत: ग्लोबल वॉर्मिग में कभी भी बिल्कुल ठहराव नहीं आया। इसके बदले प्राकृतिक जलवायु चक्र के कारण अधिकांश गर्मी महासागरों में इकट्ठी हो गई। यह चेतावनी पेरिस में नवंबर में होने वाले संयुक्त राष्ट्र शिखर सम्मेलन के पहले आई है, जिसमें दुनिया के कई देश जलवायु परिवर्तन से निपटने पर जोर देंगे। 


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