• लद्दाख में टकराव के बाद राजनाथ से मिले पर्रिकर

    नई दिल्ली ! लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर भारतीय व चीनी सैनिकों के बीच टकराव की खबर के एक दिन बाद रविवार को रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर ने केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह से मुलाकात की। बैठक के बारे में हालांकि आधिकारिक तौर पर कोई जानकारी नहीं दी गई, लेकिन माना जा रहा है कि दोनों मंत्रियों ने एलएसी के हालात पर चर्चा की। ...

    नई दिल्ली !  लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर भारतीय व चीनी सैनिकों के बीच टकराव की खबर के एक दिन बाद रविवार को रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर ने केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह से मुलाकात की। बैठक के बारे में हालांकि आधिकारिक तौर पर कोई जानकारी नहीं दी गई, लेकिन माना जा रहा है कि दोनों मंत्रियों ने एलएसी के हालात पर चर्चा की। 

    उत्तरी लद्दाख में बुर्तसे के निकट भारतीय व चीनी सैनिकों के बीच उस वक्त तनाव बढ़ गया, जब चीनी सैनिक बॉर्डर पेट्रोलिंग लाइन (वह लाइन जिसके भीतर रहकर गश्ती लगाई जाती है) पर कथित तौर पर एक वॉच टावर का निर्माण कर रहे थे। 

    भारतीय सैनिकों ने इस निर्माण का विरोध किया, जिसे चीनी पक्ष ने अनसुना कर दिया। इसके बाद भारतीय सैनिकों ने वहां तैनाती बढ़ाने की मांग की थी। 

    इसी बीच, गृह मंत्री ने मंगलवार को लद्दाख यात्रा की योजना रद्द कर दी, जिसके बारे में अधिकारियों ने कहा कि ऐसा भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की एक बैठक के चलते किया गया है।

    गृह मंत्रालय के एक प्रवक्ता ने कहा कि बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर भाजपा की एक महत्वपूर्ण बैठक के कारण गृह मंत्री ने दौरा रद्द किया है।

    राजनाथ सिंह इस महीने के बाद लद्दाख का दौरा कर सकते हैं।


    इसी बीच, चीनी दूतावास की ओर से सोमवार को आयोजित होने वाले सांस्कृतिक कार्यक्रम 'लर्न चाइना, स्टार्टिग फ्रॉम शांक्शी' को भी रद्द कर दिया गया।

    दूतावास ने कहा कि इसे कुछ कारणों से रद्द किया गया है, क्योंकि प्रतिनिधिमंडल कल (सोमवार) समय पर दिल्ली नहीं पहुंच सकते।

    बुर्तसे देपसांग में दौलत बेग ओल्डी के निकट है। यह इलाका साल 2013 में दोनों पक्षों के 21 दिनों लंबे गतिरोध का साक्षी रहा है।

    दौलत बेग ओल्डी एक ऐतिहासिक कैंप स्थल है और वर्तमान में सैन्य बेस लद्दाख को यूघरिस्तान से जोड़ने वाले प्राचीन व्यापार मार्ग पर स्थित है, जिस पर भारत व चीन दोनों अपना दावा जताते हैं। 

    यहां एक हैलीपैड व हवाईपट्टी भी है, जो भारतीय सशस्त्र बलों के लिए महत्वपूर्ण है।

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