• शिक्षण को समाज में सम्मान मिलना चाहिए : राष्ट्रपति

    नई दिल्ली । राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने आज शिक्षक दिवस के मौके पर सभी शिक्षकों को बधाई दी और कहा कि एक पेशे के तौर पर शिक्षण को समाज में आदर और सम्मान मिलनी चाहिए। उन्होंने कहा कि पांच सितम्बर को मनाया जाने वाला शिक्षक दिवस एक खास अवसर है। मुखर्जी ने एक बयान में कहा, "मैं देश के कोने-कोने तक सभी शिक्षकों के प्रति आभार प्रकट करता हूं और उनके हर प्रयास के लिए सफलता की कामना करता हूं।"...

    नई दिल्ली । राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने आज शिक्षक दिवस के मौके पर सभी शिक्षकों को बधाई दी और कहा कि एक पेशे के तौर पर शिक्षण को समाज में आदर और सम्मान मिलनी चाहिए। उन्होंने कहा कि पांच सितम्बर को मनाया जाने वाला शिक्षक दिवस एक खास अवसर है। मुखर्जी ने एक बयान में कहा, "मैं देश के कोने-कोने तक सभी शिक्षकों के प्रति आभार प्रकट करता हूं और उनके हर प्रयास के लिए सफलता की कामना करता हूं।"


     राष्ट्रपति ने कहा, "शिक्षकों का धर्म ज्ञान प्रदान करना है और इस दिन हम उनका सम्मान करते हैं। वह छात्रों के भाग्य के रचयिता हैं और हमारी भावी पीढ़ी को ज्ञान और सीख प्रदान करते हैं।" शिक्षकों की भूमिका की तारीफ करते हुए मुखर्जी ने कहा कि शिक्षण को एक पेशे के तौर पर समाज से आदर और सम्मान मिलना चाहिए। उन्होंने कहा, "एक प्रेरित शिक्षक मूल्योन्मुख, मिशन केंद्रति, स्वप्रेरित और परिणामोन्मुख होता है। वह विद्यार्थियों के लक्ष्यों को राष्ट्र लक्ष्य से जोड़ता है और उन्हें इन लक्ष्यों को पूरा करने के लिए सक्षम बनाता है। शिक्षकों को यह एहसास कराया जाना चाहिए कि विद्यार्थियों के प्रति उनका समर्पण और योगदान काफी सराहनीय है। हमें एक ऐसा वातावरण तैयार करना चाहिए, जहां शिक्षकों की योग्यता सराही जा सके।"

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