गीता की पहचान तय करने के लिए होगा डीएनए परीक्षण
नयी दिल्ली ! पाकिस्तान में तेरह साल से फंसी मूक बधिर भारतीय लड़की गीता की पहचान तय करने में आ रही दिक्कतों के मद्देनजर सरकार अब इसके लिए डीएनए परीक्षण का सहारा लेने की सोच रही है।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता विकास स्वरूप ने यूनीवार्ता को बताया कि विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने पंजाब, उत्तर प्रदेश, झारखंड और बिहार के मुख्यमंत्रियों को पत्र लिखा है जिनके राज्यों के कुछ परिवारों ने गीता के परिजन होने की संभावना जतायी है।
प्रवक्ता ने कहा कि पहले चरण में श्रीमती स्वराज ने मुख्यमंत्रियों से उन परिवारों की तस्वीरें मंगवाई हैं ताकि उन्हें कराची भेज कर गीता को दिखायीं जायें ताकि संभवत: वह उन्हें पहचान सके। आखिर एक मूक बधिर लड़की तस्वीर देख कर ही परिवार को पहचान सकती है।
प्रवक्ता ने कहा कि अगर यह तरकीब कामयाब नहीं रही तो फिर गीता और उसके परिजन होने की बात कहने वाले लोगों के डीएनए परीक्षण कराये जाएंगे।
उन्होंने बताया कि इस बीच गीता के यात्रा दस्तावेज तैयार कराये जा रहे है। एक गैर सरकारी संगठन उस लड़की के आश्रय स्थल के रूप में पहचान दे रहा है। इसके बाद गीता को भारत लाया जाएगा।
कुछ मीडिया रिपोर्टो में कहा गया है कि पाकिस्तानी राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार गीता को 23 अगस्त को अपने साथ लाने वाले थे, प्रवक्ता ने कहा कि तथ्य यह है कि बैठक रद्द हो गयी। बाकी सब फसाने हैं।