• सबसे ज्‍यादा दुष्कर्म के मामले मध्य प्रदेश में

    भोपाल। महिलाओं से अपराध के मामले में मध्यप्रदेश (28,678) देश में उत्तरप्रदेश (38,467) और राजस्थान (31,151) के बाद तीसरे नंबर पर है, लेकिन ज्यादती के मामले स्थिति उलट है। देश में सर्वाधिक 5076 अपराध मप्र में ही दर्ज किए गए हैं। इसमें भी सबसे चौकाने वाला तत्थ यह है कि देशभर में 12 से लेकर 18 साल की मासूम सबसे ज्यादा शिकार मप्र में ही बना रही हैं। यह खुलासा नेशनल क्राइम रिपोर्ट्स ब्यूरो की रिपार्ट से हुआ है। इसके मुताबिक उप्र (1312) और राजस्थान (870) उससे कहीं पीछे है। अगर प्रदेश के इंदौर और भोपाल की बात की जाए तो स्थिति चिंताजनक है। गत वर्ष इंदौर (261), भोपाल (223), जबलपुर (194) और ग्वालियर (158) मामले दर्ज किए गए। ...

    भोपाल। महिलाओं से अपराध के मामले में मध्यप्रदेश (28,678) देश में उत्तरप्रदेश (38,467) और राजस्थान (31,151) के बाद तीसरे नंबर पर है, लेकिन ज्यादती के मामले स्थिति उलट है। देश में सर्वाधिक 5076 अपराध मप्र में ही दर्ज किए गए हैं। इसमें भी सबसे चौकाने वाला तत्थ यह है कि देशभर में 12 से लेकर 18 साल की मासूम सबसे ज्यादा शिकार मप्र में ही बना रही हैं। यह खुलासा नेशनल क्राइम रिपोर्ट्स ब्यूरो की रिपार्ट से हुआ है। इसके मुताबिक उप्र (1312) और राजस्थान (870) उससे कहीं पीछे है। अगर प्रदेश के इंदौर और भोपाल की बात की जाए तो स्थिति चिंताजनक है। गत वर्ष इंदौर (261), भोपाल (223), जबलपुर (194) और ग्वालियर (158) मामले दर्ज किए गए।

    इंदौर और भोपाल में इस दौरान ज्यादती के मामले अधिक तेजी से बढ़ गए। रिटायर्ड पुलिस अधिकारियों का सुझाव-माता-पिता को देना होगा ध्यान। पुलिस के रिटायर्ड अधिकारियों का मानना है कि रेप के बढ़ते मामले चिंता का विषय हैं। ज्यादती के अधिकांश मामलों में आरोपी परिचित होता है। ऐसे में माता-पिता की जिम्मेदारी है कि वे अपने बच्चों पर ज्यादा ध्यान दें। उन्हें बचपन से ही बच्चों को इस संबंध में बताना होगा। माता-पिता को बच्चों के साथ दोस्ताना व्यवहार करना चाहिए, ताकि वे छेड़छाड़ जैसी घटनाओं की जानकारी तत्काल उन्हें दें। माता-पिता की सजगता से ही ऐसे मामलों में कमी लाई जा सकती है।


     

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