• 'भारत में दुष्कर्म का पंचायती फरमान रूढ़िवादी'

    इस्लामाबाद ! पाकिस्तान के एक दैनिक समाचारपत्र ने मंगलवार को भारत के उत्तर प्रदेश राज्य में एक विवाहिता को लेकर भागे एक युवक की दो बहनों के साथ दुष्कर्म करने के तुगलकी फरमान सुनाने वाली एक गांव की पंचायत को 'रूढ़िवादी' करार दिया। समाचारपत्र 'डॉन' में 'दुष्कर्म की सजा' शीर्षक से छपे संपादकीय में कहा गया...

    इस्लामाबाद !  पाकिस्तान के एक दैनिक समाचारपत्र ने मंगलवार को भारत के उत्तर प्रदेश राज्य में एक विवाहिता को लेकर भागे एक युवक की दो बहनों के साथ दुष्कर्म करने के तुगलकी फरमान सुनाने वाली एक गांव की पंचायत को 'रूढ़िवादी' करार दिया। समाचारपत्र 'डॉन' में 'दुष्कर्म की सजा' शीर्षक से छपे संपादकीय में कहा गया, "न्याय का विकृत रूप, जो भारत में पंचायत के उस फैसले की नींव डालता है, जो रूढ़िवादी पितृसत्ता से निकला है, जो सीमा के इस पार भी समान रूप से प्रवेश कर चुका है।" संपादकीय में कहा गया कि पुरुषों के पापों की क्षतिपूर्ति महिलाओं के बलिदान द्वारा की गई। यह कहानी वक्त जितनी ही पुरानी है। संपादकीय में आगे लिखा गया, "पंचायत ने यह भी फरमान सुनाया कि लड़कियों के चेहरे पर कालिख पोत उन्हें नंगा कर घुमाया जाए। परिणाम से डरी दलित जाति की लड़कियां और उनका परिवार अपना गांव छोड़कर नई दिल्ली चला गया है। ऐसा लगता है कि घर से भागा प्रेमी युगल काफी समय से एक-दूसरे से प्यार करता था, लेकिन लड़की के परिवार की उनकी शादी को समर्थन देने में रुचि नहीं थी। परिवार ने लड़की को ज्यादा योग्य वर ढूंढ़ने के बाद उससे शादी करने के लिए मजबूर कर दिया था।" संपादकीय में कहा गया कि पाकिस्तान के अति रूढ़िवादी इलाकों में सामाजिक स्तरीकरण या सामाजिक विभाजन करीब करीब हिंदू जाति व्यवस्था की तरह ही औपचारिक एवं हानिकारक है। दोनों ही देशों की जाति व्यवस्था के तहत यौन नैतिकता के क्षेत्र में परिवार की 'इज्जत' का बोझ ढोने का जिम्मा लगभग पूरी तरह महिलाओं पर है।


अपनी राय दें