• कोलंबो टेस्ट : भारत ने सीरीज 2-1 से अपने नाम की

    कोलंबो ।​ भारतीय क्रिकेट टीम ने सिंहलीज स्पोर्ट्स क्लब मैदान पर हुए तीसरे व निर्णायक टेस्ट मैच के आखिरी दिन आज श्रीलंका को 117 रनों से हराकर तीन मैचों की सीरीज 2-1 से अपने नाम कर ली। भारत ने 22 साल के अंतराल के बाद श्रीलंका में टेस्ट सीरीज जीती है। साथ ही भारत ने 2011 के बाद पहली बार विदेश में कोई सीरीज जीती है। उसने अंतिम बार वेस्टइंडीज पर जीत हासिल की थी। पहली पारी में 145 रनों की बहुमूल्य पारी खेलने वाले भारतीय सलामी बल्लेबाज चेतेश्वर पुजारा को मैन ऑफ द मैच चुना गया।...

    कोलंबो ।​ भारतीय क्रिकेट टीम ने सिंहलीज स्पोर्ट्स क्लब मैदान पर हुए तीसरे व निर्णायक टेस्ट मैच के आखिरी दिन आज श्रीलंका को 117 रनों से हराकर तीन मैचों की सीरीज 2-1 से अपने नाम कर ली। भारत ने 22 साल के अंतराल के बाद श्रीलंका में टेस्ट सीरीज जीती है। साथ ही भारत ने 2011 के बाद पहली बार विदेश में कोई सीरीज जीती है। उसने अंतिम बार वेस्टइंडीज पर जीत हासिल की थी। पहली पारी में 145 रनों की बहुमूल्य पारी खेलने वाले भारतीय सलामी बल्लेबाज चेतेश्वर पुजारा को मैन ऑफ द मैच चुना गया।

    चौथी पारी में 386 रनों के लक्ष्य का पीछा करते हुए श्रीलंकाई टीम कप्तान एंजेलो मैथ्यूज (110) के संघर्ष के बावजूद 268 रन बनाकर ऑल आउट हो गई। मैथ्यूज के साथ कुशल परेरा (70) ने भी अच्छा संघर्ष किया और छठे विकेट के लिए 135 रनों की साझेदारी निभाई। भारत के स्पिन गेंदबाज रविचंद्रन अश्विन ने चार विकेट हासिल किए जबकि पहली पारी में पांच विकेट हासिल करने वाले इशांत शर्मा ने भी तीन अहम विकेट हासिल किए। इशांत ने इसके साथ टेस्ट मैचों में 200 विकेट पूरे किए। वह यह मुकाम हासिल करने वाले भारत के आठवें गेंदबाज हैं। इशांत ने चायकाल के ठीक बाद मैथ्यूज को आउट किया और न सिर्फ यह मुकाम हासिल किया बल्कि भारत को जीत की ओर अग्रसर किया। मैथ्यूज ने अपनी 313 गेंदों की पारी में 13 चौके लगाए। उनके साथ छठे विकेट के लिए उपयोगी साझेदारी कर भारत को इंतजार कराने वाले परेरा ने परेरा ने 106 गेंदों पर 11 चौके लगाए। उनका विकेट 242 रनों के कुल योग पर गिरा। मैथ्यूज का विकेट 242 रनों पर गिरा।


    इसके बाद अश्विन ने रंगना हेराथ (11) और धम्मिका प्रसाद (6) तथा अमित मिश्रा ने नुवान प्रदीप (0) को आउट कर श्रीलंकाई पारी समाप्त की। भारत की ओर से उमेश यादव ने दो और मिश्रा ने एक सफलता पाई। श्रीलंका ने चौथे दिन स्टम्प्स तक तीन विकेट पर 67 रन बनाए थे। कौशल सिल्वा 24 और मैथ्यूज 22 रनों पर नाबाद लौटे थे। यादव ने सिल्वा (27) के रूप में भारत को दिन की पहली सफलता दिलाई। सिल्वा सोमवार को अपने स्कोर में केवल तीन रनों का इजाफा कर सके और चेतेश्वर पुजारा के हाथों लपके गए। सिल्वा ने मैथ्यूज के साथ चौथे विकेट के लिए 54 रनों की साझेदारी की। पहले सत्र में श्रीलंका को दूसरा झटका रविचंद्रन अश्विन ने दिया। अश्विन की गेंद पर लाहिरू थिरिमान्ने (12) का कैच लोकेश राहुल ने लिया। श्रीलंकाई टीम मैच के चौथे दिन अपनी दूसरी पारी में उपुल थरंगा, दिमुथ करुणारत्ने और दिनेश चांडिमल (18) के तीन अहम विकेट गंवा चुकी थी। थरंगा और करुणारत्ने तो खाता भी नहीं खोल सके थे। भारत ने पहली पारी में चेतेश्वर पुजारा (नाबाद 145) की मदद से 312 रन बनाए थे, जवाब में श्रीलंकाई पारी 201 रन पर ढेर हो गई थी। भारत ने इसके बाद दूसरी पारी में रोहित शर्मा (50) और अश्विन (58) की अर्धशतकीय पारियों की मदद से 274 रन बनाए और श्रीलंका के सामने जीत के लिए 386 रनों का चुनौतीपूर्ण लक्ष्य दिया। गॉल में हुआ पहला टेस्ट मैच श्रीलंका ने 63 रनों से जीत लिया था। उसके बाद भारतीय टीम पी. सारा ओवल में हुआ दूसरा टेस्ट 278 रनों से जीतने में सफल रही और सिंहलीज स्पोर्ट्स क्लब में तीसरा मैच जीतते ही सीरीज पर उसने 2-1 से कब्जा कर लिया।

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