• पूर्व सैनिकों का आंदोलन 77वें दिन जारी

    नई दिल्ली ! वन रैंक वन पेंशन (ओआरओपी) की मांग के साथ पूर्व सैनिकों का आंदोलन रविवार को 77वें दिन में प्रवेश कर गया। 10 पूर्व सैनिकों की भूख हड़ताल जारी है। इनमें से चार अस्पताल में हैं और वहीं से भूख हड़ताल को जारी रखे हुए हैं।अवकाश प्राप्त कर्नल पुष्पेंद्र सिंह, अवकाश प्राप्त हवलदार अशोक चव्हण, अवकाश प्राप्त मेजर पियार चंद राणा और अवकाश प्राप्त हवलदार साहिब सिंह को अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा...

    नई दिल्ली !   वन रैंक वन पेंशन (ओआरओपी) की मांग के साथ पूर्व सैनिकों का आंदोलन रविवार को 77वें दिन में प्रवेश कर गया। 10 पूर्व सैनिकों की भूख हड़ताल जारी है। इनमें से चार अस्पताल में हैं और वहीं से भूख हड़ताल को जारी रखे हुए हैं। अवकाश प्राप्त कर्नल पुष्पेंद्र सिंह, अवकाश प्राप्त हवलदार अशोक चव्हण, अवकाश प्राप्त मेजर पियार चंद राणा और अवकाश प्राप्त हवलदार साहिब सिंह को अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा लेकिन इन सभी ने अपना आमरण अनशन जारी रखा हुआ है। अवकाश प्राप्त हवलदार मेजर सिंह ने हालत बिगड़ने के बावजूद अनशन स्थल जंतर मंतर को नहीं छोड़ा है। इसके अलावा अवकाश प्राप्त सैनिक उदय सिंह रावत, शहीद लांसनायक सुनील कुमार यादव के पिता सावल राम यादव, ए.के.शर्मा, विजय सिंह यादव और केशव सिंह भी भूख हड़ताल पर हैं। पूर्व सैनिकों के एक बयान में कहा गया है कि क्रमिक अनशन पर बैठे एन.के. बल सिंह को सेहत बिगड़ने के बाद जंतर मंतर से हटाया गया है। उनकी हालत स्थिर बनी हुई है। शनिवार को पूर्व सैनिकों ने राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी को पत्र लिखकर कहा था कि कई पूर्व सैनिक दो हफ्ते से आमरण अनशन पर हैं। उनकी तबियत बिगड़ रही है। अगर कोई अप्रिय बात हुई तो इसकी जिम्मेदार सरकार होगी। सरकार और पूर्व सैनिकों के बीच कुछ मुद्दों पर पेंच बना हुआ है। सरकार पेंशन के लिए 2011 को आधार वर्ष बनाना चाहती है। पूर्व सैनिक चाहते हैं कि यह 2014 के स्तर का होना चाहिए, साथ ही सालाना तीन फीसदी की बढ़ोतरी भी हो। सरकार इस पर तैयार नहीं है। सरकार भुगतान 1 अप्रैल 2015 से चाहती है। पहले यह 1 अप्रैल 2014 तय हुआ था। अगर लागू होने का साल 2014 हुआ तो सरकार को सिर्फ पेंशन का एरियर देने में ही 12000 करोड़ देने पड़ जाएंगे।


अपनी राय दें