• कश्मीर पर बातचीत नहीं करने से खतरे में क्षेत्रीय सुरक्षा

    नई दिल्ली/इस्लामाबाद ! पाकिस्तान के गृहमंत्री चौधरी निसार अली खां ने आरोप लगाया है कि शांति प्रयासों को लेकर भारत का रूख सकारात्मक नहीं है। चौधरी निसार अली ने लंदन में ब्रिटेन के विदेश मंत्री फिलीप हेमंड से भेंटकर कहा कि क्षेत्र में शांति तथा पड़ोसी देशों से संबंधों के बारे में पाकिस्तान की सरकार का रुख बहुत साफ है ...

    नई दिल्ली/इस्लामाबाद !   पाकिस्तान के गृहमंत्री चौधरी निसार अली खां ने आरोप लगाया है कि शांति प्रयासों को लेकर भारत का रूख सकारात्मक नहीं है। चौधरी निसार अली ने लंदन में ब्रिटेन के विदेश मंत्री फिलीप हेमंड से भेंटकर कहा कि क्षेत्र में शांति तथा पड़ोसी देशों से संबंधों के बारे में पाकिस्तान की सरकार का रुख बहुत साफ है किन्तु दुर्भाग्य से पड़ोसी देश का रुख इस संबंध में सकारात्मक नहीं है।   उन्होंने भारत सरकार पर शांति प्रयासों को विफल करने का आरोप लगाते हुए कहा है कि इससे क्षेत्र की सुरक्षा तथा स्थिरता खतरे में पड़ गई है। पाकिस्तान के गृहमंत्री की ब्रिटेन के विदेश मंत्री से बातचीत के बाद जारी प्रेस विज्ञप्ति के मुताबिक, पाकिस्तान के गृहमंत्री ने कहा कि शांति प्रयासों के बारे में भारत का रुख सकारात्मक नहीं है और कश्मीरी नेताओं के साथ पाकिस्तान के नेताओं के परामर्श पर भारत की आपत्ति अनुचित है। पाकिस्तानी गृहमंत्री ने कहा कि दोनों देशों के संबंधों को सामान्य बनाने में कश्मीर की समस्या बड़ी बाधा है। अत: कश्मीर समस्या पर चर्चा के बिना बातचीत की प्रक्रिया आगे नहीं बढ़ सकती। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान की सरकार तथा उसकी सुरक्षा संस्थाओं ने अफगानिस्तान में भी बातचीत की प्रक्रिया शुरू कराई, लेकिन उसके प्रयासेां का क्षेत्र के दूसरे देशों पर अनुकूल असर नहीं हुआ। ब्रिटेन के विदेश मंत्री हेमंड ने भारत तथा पाकिस्तान के बीच बातचीत की प्रक्रिया स्थगित होने पर चिंता व्यक्त की और कहा कि दोनों देशों को बातचीत से अपनी समस्याएं हल करनी चाहिए।  खान ने कहा, कश्मीर मुद्दा दोनों देशों के संबंध सामान्य करने और क्षेत्र में शांति स्थापित करने में बड़ी बाधा है। खान ने कहा कि भारत को इस बात को अवश्य समझना चाहिए कि कश्मीर मुद्दे पर चर्चा के बिना बातचीत की प्रक्रिया आगे नहीं बढ़ सकती है। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान क्षेत्र में शांति के लिए अपने प्रयास जारी रखेगा और लेकिन वह किसी देश के वर्चस्व को स्वीकार नहीं करेगा। दूसरी ओर बात-बात पर भारत को परमाणु हथियारों की धमकी देने पर अमेरिका ने पाकिस्तान को आगाह किया है। अमेरिका ने कहा कि इस तरह के बयान भारत के साथ तनाव मिटाने में किसी भी तरह की मदद नहीं करेंगे। एनएसए स्तर की वार्ता टूटने को लेकर भी पाकिस्तान ने इसी तरह की धमकी दी थी। अमेरिका ने भारत और पाकिस्तान को अपने सभी लंबित और विवादित मुद्दों को बातचीत के जरिए हल करने को कहा। 


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