• भाजपा को चेतावनी देते हुए बिहारी बाबू ने कहा,''न्यूटन का तीसरा नियम नहीं भूलना चाहिए''

    ​नई दिल्ली ! अभिनेता से राजनीति में आए सांसद शत्रुघ्न सिन्हा ने मंगलवार को अपनी भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) आगाह कर दिया कि भविष्य में यदि उनके खिलाफ कोई कार्रवाई हुई तो वह उसी अंदाज में उसका समान रूप से जवाब देंगे। सिन्हा ने यह प्रतिक्रिया उन सुबगुबाहटों पर व्यक्त की है, जिसमें आशंका जताई जा रही है कि बिहार विधानसभा चुनाव के बाद शत्रुघ्न के खिलाफ भाजपा अनुशासनात्मक कार्रवाई कर सकती है।...

    नई दिल्ली !  अभिनेता से राजनीति में आए सांसद शत्रुघ्न सिन्हा ने मंगलवार को अपनी भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) आगाह कर दिया कि भविष्य में यदि उनके खिलाफ कोई कार्रवाई हुई तो वह उसी अंदाज में उसका समान रूप से जवाब देंगे। सिन्हा ने यह प्रतिक्रिया उन सुबगुबाहटों पर व्यक्त की है, जिसमें आशंका जताई जा रही है कि बिहार विधानसभा चुनाव के बाद शत्रुघ्न के खिलाफ भाजपा अनुशासनात्मक कार्रवाई कर सकती है। पटना साहिब संसदीय सीट से सांसद सिन्हा ने ट्वीट किया है, "कुछ अनौपचारिक न्यूज चैनल रपटों में -जिसमें कुछ भी आधिकारिक नहीं है- लोग मेरी प्रतिक्रिया मांग रहे हैं, अपुष्ट और अनौपचारिक रपटों पर कि बिहार चुनाव के बाद भाजपा मेरे खिलाफ कार्रवाई करेगी।" उन्होंने एक अन्य ट्वीट में लिखा, "मैं निहित स्वार्थी तत्वों द्वारा फैलाई जा रही इस अनौपचारिक रपट पर कोई टिप्पणी नहीं दूंगा। लेकिन किसी को भी न्यूटन का तीसरा नियम नहीं भूलना चाहिए कि 'हर क्रिया के प्रति समान प्रतिक्रिया होती है'।" पार्टी में ऐसे लोगों की कमी नहीं है जो मानते हैं कि सिन्हा अपने बयानों से पार्टी के लिए मुश्किलें खड़ी करते हैं। एक वरिष्ठ नेता ने सोमवार को कहा था बिहार चुनाव से पहले उनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं होगी। सिन्हा ने हाल ही में नीतीश कुमार को देश का सर्वश्रेष्ठ मुख्यमंत्री बताया था। उन्होंने लोकसभा से कांग्रेस के 25 सांसदों के निलंबन पर अप्रसन्नता जताई थी। अब उन्होंने कहा है कि राजग की तरफ से राम विलास पासवान मुख्यमंत्री पद के सबसे बेहतर दावेदार हैं। उन्होंने ट्वीट किया था, "मुझे लगता है कि हमें अपने मुख्यमंत्री पद के दावेदार का नाम बताना चाहिए। किसी दावेदार का नाम नहीं बढ़ाना हमारे खेमे में इस मुद्दे पर भ्रम को दिखाता है। जो एकमात्र हस्ती हमारी तरफ से है, जिसके लिए सलाह दी जा सकती है, जो हम सब को स्वीकार्य है, वह राम विलास पासवान हैं। बेशक फैसले का आखिरी अधिकार पार्टी और इसके संसदीय बोर्ड के पास है।"


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