• मोदी सरकार के काबू से बाहर है महंगाई : कांग्रेस

    नयी दिल्ली ! कांग्रेस ने महंगाई और अर्थव्यवस्था पर मोदी सरकार का नियंत्रण नहीं होने का आरोप लगाते हुए आज कहा कि यह सरकार मुद्रास्फीति को नियंत्रित करने के वादे के साथ सत्ता में आयी थी लेकिन उसके शासन में महंगाई आसमान छू रही है।कांग्रेस प्रवक्ता डाॅ अजय कुमार ने यहां पार्टी की नियमित प्रेस ब्रीफिंग में कहा कि अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चा तेल 40 डॉलर प्रति बैरल रिपीट 40 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच चुका है...

    नयी दिल्ली !   कांग्रेस ने महंगाई और अर्थव्यवस्था पर मोदी सरकार का नियंत्रण नहीं होने का आरोप लगाते हुए आज कहा कि यह सरकार मुद्रास्फीति को नियंत्रित करने के वादे के साथ सत्ता में आयी थी लेकिन उसके शासन में महंगाई आसमान छू रही है। कांग्रेस प्रवक्ता डाॅ अजय कुमार ने यहां पार्टी की नियमित प्रेस ब्रीफिंग में कहा कि अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चा तेल 40 डॉलर प्रति बैरल रिपीट 40 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच चुका है लेकिन महंगाई कम होने का नाम नहीं ले रही है। भारी वस्तुओं का निर्माण और ग्रामीण अर्थव्यवस्था तथा विनिर्माण क्षेत्र में गिरावट दर्ज की जा रही है। निर्यात भी गिर रहा है और आवश्यक वस्तुओं के दाम आसमान छू रहे हैं। उन्होंने कहा कि प्याज की कीमत सरकार के नियंत्रण से बाहर हो गयी है। सरकार के एक मंत्री प्याज का पेस्ट और पाउडर बनाने की सलाह देते हैं। उनका कहना था कि इस तरह की सलाह देने वाले मंत्री क्या महंगी होती दाल का भी पेस्ट और पाउडर बनाएंगे। प्रवक्ता ने कहा कि सरकार कहती है कि अर्थव्यवस्था लगातार गिर रही है और वित्त मंत्री अरुण जेटली इसकी वजह कभी चीन तो कभी यूनान को बता रहे हैं। अगर यह दोनों नहीं जंचे तो वह विपक्ष को इसका कारण बताते हैं। उन्होंने कहा कि गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने 2013 में कहा था कि अर्थव्यवस्था आईसीयू में चली गयी है लेकिन आज हमारा कहना है कि रुपए को सख्त इलाज की जरूरत है। उन्होंने कहा कि शेयर बाजार धराशायी हो रहा है। इतिहास में आज चौथी बार है जब बाजार इस कदर लुढका है। उनका कहना था कि इधर बाजार लुढक रहा है और ऊधर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी खुद को ‘नसीबवाला’बताते हैं। शेयर बाजार में सात साल में यह सबसे बडी गिरावट है । बाजार एक ही दिन में 1600 से अधिक अंक तक गिर गया। वर्ष 2008 में जब पूरी दुनिया मंदी की चपेट में थी और पूरे माहौल में अनिश्चिता थी ताे उस समय भी बाजार में मजबूती की स्थिति थी।


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