• ओआरओपी : सरकार की मुसीबत, वी.के. सिंह की बेटी पूर्व सैनिकों के साथ

    मृणालिनी ने यहां जंतर मंतर पर इस विवादित मुद्दे के त्वरित समाधान की मांग करते हुए कहा, "मैं यहां पूर्व सैनिकों के मुद्दे को समर्थन देने आई हूं, क्योंकि मैं खुद भी एक पूर्व सैनिक की बेटी हूं। मुझे लगता है कि ओआरओपी को यथासंभव जल्द से जल्द लागू किया जाना चाहिए।" उन्होंने कहा, "मेरे दादाजी भी सैनिक थे और शायद मेरा बेटा भी सैनिक बने। मैं आशा करती हूं कि सरकार इस मांग पर जल्द ध्यान देगी। यह अर्से से लंबित मांग है।"...

    नई दिल्ली। 'वन रैंक वन पेंशन'(ओआरओपी) योजना पर अब सरकार के सामने एक और मुसीबत आ गई है। ओआरओपी लागू होने में हो रही देरी के खिलाफ यहां चल रहे पूर्व सैनिकों के आंदोलन में रविवार को विदेश राज्यमंत्री और पूर्व सेना अध्यक्ष वी.के. सिंह की बेटी मृणालिनी सिह भी शामिल हुईं।

    मृणालिनी ने यहां जंतर मंतर पर इस विवादित मुद्दे के त्वरित समाधान की मांग करते हुए कहा, "मैं यहां पूर्व सैनिकों के मुद्दे को समर्थन देने आई हूं, क्योंकि मैं खुद भी एक पूर्व सैनिक की बेटी हूं। मुझे लगता है कि ओआरओपी को यथासंभव जल्द से जल्द लागू किया जाना चाहिए।"


    उन्होंने कहा, "मेरे दादाजी भी सैनिक थे और शायद मेरा बेटा भी सैनिक बने। मैं आशा करती हूं कि सरकार इस मांग पर जल्द ध्यान देगी। यह अर्से से लंबित मांग है। मैंने अपने पिता के साथ मिलकर इस मुद्दे को उठाया है। उन्होंने प्रधानमंत्री को एक पत्र लिखा है।"

    उल्लेखनीय है कि पूर्व सैन्यकर्मी वन रैंक वन पेंशन की मांग को लेकर जून से आंदोलन कर रहे हैं। उनकी मांग है कि ओआरओपी की परिभाषा बदलनी नहीं चाहिए और इसे लागू करने की तारीख एक अप्रैल, 2014 और आधार वर्ष 2013-14 बरकरार रहना चाहिए।

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