• वन रैंक वन पेंशन पर आंदोलन तेज करेंगे पूर्व सैनिक

    नई दिल्ली ! वन रैंक वन पेंशन के मुद्दे पर पूर्व सैनिक अपने आंदोलन को और तेज करने जा रहे हैं। उनका कहना है कि उन्हें सरकार के वादों पर भरोसा नहीं है। वे अब फैसला चाहते हैं। पूर्व सैनिकों ने गुरुवार को बताया कि वे शुक्रवार को प्रतीकात्मक रूप से अपने पदकों को जलाएंगे। इन लोगों ने पहले इन्हीं पदकों को राष्ट्रपति को लौटाने की पेशकश की थी।...

    नई दिल्ली !   वन रैंक वन पेंशन के मुद्दे पर पूर्व सैनिक अपने आंदोलन को और तेज करने जा रहे हैं। उनका कहना है कि उन्हें सरकार के वादों पर भरोसा नहीं है। वे अब फैसला चाहते हैं।  पूर्व सैनिकों ने गुरुवार को बताया कि वे शुक्रवार को प्रतीकात्मक रूप से अपने पदकों को जलाएंगे। इन लोगों ने पहले इन्हीं पदकों को राष्ट्रपति को लौटाने की पेशकश की थी। पूर्व सैनिकों के संयुक्त मोर्चे के अध्यक्ष अवकाश प्राप्त मेजर जनरल सतबीर सिंह ने बताया, "शुक्रवार को सुबह 11.30 बजे हम अपने पदकों को आग के हवाले कर देंगे। आमरण अनशन और अन्य प्रदर्शन भी वन रैंक वन पेंशन न मिलने तक जारी रहेंगे।" पूर्व सैनिकों ने जंतर-मंतर पर अपना प्रदर्शन शुरू करने से पहले करीब 22000 पदकों को वापस राष्ट्रपति के पास भेजा था। इस बीच अवकाश प्राप्त कर्नल पुष्पेंद्र सिंह और अवकाश प्राप्त हवलदार मेजर सिह की भूख हड़ताल गुरुवार को चौथे दिन भी जारी रही। अवकाश प्राप्त हवलदार अशोक चव्हाण की भूख हड़ताल का गुरुवार तीसरा दिन था। सतबीर सिंह ने आईएएनएस को बताया, "हमने रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर से गुजारिश की है कि वह प्रधानमंत्री से हमारी मुलाकात करा दें।" पर्रिकर ने पूर्व सैनिकों से 24 अगस्त तक प्रतीक्षा करने को कहा है। उन्होंने कहा है कि वह प्रधानमंत्री से मिलने वाले हैं और उनसे मुलाकात पर बात करेंगे।


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