नावेद ने बताया, आईएसआई के लोग भी लश्कर के ट्रेनिंग कैंप में मौजूद रहते थे
नई दिल्ली । पाकिस्तानी आतंकी नावेद ने पॉलिग्राफ टेस्ट में ऐसे कई बड़े खुलासे किए हैं, जो 23-24 अगस्त को होने वाली भारत-पाक की एनएसए मीटिंग में अहम मुद्दा बन सकते हैं।एक टीवी चैनल के मुताबिक, नावेद ने खुलासा किया है कि पाकिस्तान की आईएसआई के लोग भी लश्कर के ट्रेनिंग कैंप में मौजूद रहते थे। पिछले कई दिनों से लगातार पाकिस्तान भारत से आतंकियों के पाकिस्तानी होने का सबूत मांग रहा है, ऐसे में नावेद का यह खुलासा पाकिस्तान पर भारी पड़ सकता है। नावेद ने मंगलवार को भारत की नैशनल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी (एनआईए) के सामने खुलासा किया कि वह आतंकी संगठन जमात-उद-दावा के चीफ हाफिज सईद की स्पीच सुनकर प्रभावित हुआ था। उसके बाद वह आंतकी संगठन में शामिल हो गया।
नावेद ने बताया कि उसकी मुलाकात सईद के बेटे अबु तलहा से भी हुई थी। इस खुलासे से पहले माना जा रहा था कि उधमपुर में बीएसएफ के काफिले पर आतंकी हमले का मास्टरमाइंड तलहा ही था। इतना ही नहीं, नावेद ने यह भी बताया कि लश्कर के कैंप में ट्रेनिंग के दौरान उसने आईएसआई के अधिकारियों को भी देखा था। इसके पहले, मंगलवार रात खबरें आई थीं कि जम्मू-कश्मीर में सुरक्षा बलों पर हमले के बाद जिंदा पकड़े गए आतंकी नावेद ने मान लिया है कि वह पाकिस्तान से आया है।
नावेद ने इस टेस्ट में स्वीकार किया कि वह पाकिस्तान से आया है। मोहम्मद नावेद उर्फ उस्मान खान ने यह भी बताया है कि वह पाकिस्तान में कहां रहता है। नावेद के इस खुलासे से कई अहम जानकारियां मिली हैं। उसने यह भी बताया कि उसे लश्कर-ए-तैयबा ने ट्रेनिंग दी है। यह जानकारी भी नावेद एक फिदायीन स्क्वॉड का हिस्सा था। इससे पहले नावेद पूछताछ के दौरान लगातार अपने बयान बदल रहा था। इसी के चलते एनआईए की ओर से उसका पॉलिग्राफ टेस्ट कराने की मांग की गई थी। नावेद का मंगलवार को करीब चार घंटे से ज्यादा देर तक पॉलिग्राफ टेस्ट किया गया। इस दौरान उसने पाकिस्तान में अपने घर का पता, अपने माता-पिता के नाम भी बताए।