• उप्र विधानसभा में कांग्रेस का हंगामा, सपा सरकार पर लोकतंत्र की हत्या करने का आरोप

    केंद्र में समाजवादी पार्टी के भाजपा के साथ जाने का असर उत्तर प्रदेश में भी दिखा। उत्तर प्रदेश विधानसभा में मंगलवार को कांग्रेस सदस्यों ने लाठीचार्ज घटना की न्यायिक जांच की मांग को लेकर जमकर हंगामा किया। हंगामे के कारण सदन की कार्यवाही पहले दस मिनट और बाद में साढ़े ग्यारह बजे, फिर 12.20 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई...

    लोकतंत्र की समर्थक समाजवादी पार्टी की सरकार ने लोकतंत्र की हत्या कर दी है- स्वामी प्रसाद मौर्य

    लखनऊ। केंद्र में समाजवादी पार्टी के भाजपा के साथ जाने का असर उत्तर प्रदेश में भी दिखा। उत्तर प्रदेश विधानसभा में मंगलवार को कांग्रेस सदस्यों ने लाठीचार्ज घटना की न्यायिक जांच की मांग को लेकर जमकर हंगामा किया। हंगामे के कारण सदन की कार्यवाही पहले दस मिनट और बाद में साढ़े ग्यारह बजे, फिर 12.20 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई।

    हंगामे के कारण प्रश्नकाल नहीं हो पाया। सदन की कार्यवाही 12.20 पर एक बार फिर शुरू हुई, लेकिन कांग्रेस सदस्यों के विरोध के चलते विधानसभा अध्यक्ष को सदन की कार्यवाही पहले दस मिनट और फिर एक बजे तक के लिए स्थगित करनी पड़ी।

    सदन की कार्यवाही सुबह 11 बजे जैसे ही शुरू हुई तो वेल में पहले से ही मौजूद कांगेस विधायकों ने हंगामा करना शुरू कर दिया। सभी सदस्य बैनर लिये सोमवार को राजधानी में हुई लाठीचार्ज मामले की सरकार से न्यायिक जांच की गुहार कर रहे थे।

    कांग्रेस विधानमंडल दल के नेता प्रदीप माथुर ने कहा कि सरकार को उसकी कारगुजारियों का सड़क पर आईना दिखा रही सरकार ने कांग्रेसियों पर लाठीचार्ज कराकर जुल्म किया है। इसे पूरे मामले की न्यायिक जांच की जानी चाहिए।

    इस पर संसदीय कार्यमंत्री मो. आजम खां ने कहा कि सदन में मौजूद कांग्रेस का एक भी विधायक चोटिल नजर नहीं आ रहा है। इन्होंने तो बेगुनाहों को लाठीचार्ज के लिए धकेल दिया और स्वयं न्यायिक जांच की मांग करने आ गए। ऐसे में जांच की कोई जरूरत नहीं है।


    आजम के बयान पर कांग्रेस सदस्य की नाराजगी और बढ़ी और सबने सरकार विरोधी नारेबाजी करते हुए हंगामा तेज कर दिया।

    सदन को अव्यवस्थित देख विधानसभा अध्यक्ष माता प्रसाद पांडेय ने नेता प्रतिपक्ष से हस्तक्षेप कर कांग्रेस सदस्यों को समझाने को कहा। इस पर नेता प्रतिपक्ष स्वामी प्रसाद मौर्य ने कहा कि लोकतंत्र की समर्थक समाजवादी पार्टी की सरकार ने लोकतंत्र की हत्या कर दी है। इतना सुनते ही विधानसभा अध्यक्ष ने सदन की कार्यवाही को पहले दस मिनट, फिर 11.30 और इसके बाद प्रश्नकाल की समाप्ति 12.20 बजे तक के लिए स्थगित कर दी।

    स्थगन काल की समाप्ति के बाद 12.20 बजे सदन की कार्यवाही फिर शुरू हुई। विधानसभा अध्यक्ष ने सदन को पूर्व सदस्यों के निधन की सूचना दी और समूचे सदन ने दो मिनट का मौन रख सभी भूतपूर्व सदस्यों को श्रद्धांजलि अर्पित की। इसके बाद कांग्रेस सदस्य एक बार फिर वेल में आ गए और सरकार विरोधी नारे लगाते हुए लाठीचार्ज मामले की न्यायिक जांच की मांग करने लगे।

    विधानसभा अध्यक्ष के बार-बार आग्रह करने पर भी कांग्रेस सदस्य हंगामा करते रहे। ऐसे में सदन को अव्यवस्थित देख अध्यक्ष ने सदन की कार्यवाही पहले 10 मिनट और फिर एक बजे तक के लिए स्थगित कर दी।

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