• बैडमिंटन फाइनल में हारीं सायना,रजत पदक से संतोष करना पड़ा

    जकार्ता ! शीर्ष भारतीय महिला बैडमिंटन खिलाड़ी सायना नेहवाल विश्व चैम्यिनशिप के महिला एकल वर्ग के फाइनल में रविवार को सायना को शीर्ष वरीय स्पेन की कैरोलीन मारिन से हार गईं और उन्हें रजत पदक से संतोष करना पड़ा। सायना की विश्व चैम्पियनशिप में स्वर्ण जीतने की उम्मीद तो धराशायी हो गई, हालांकि विश्व चैम्ेिपयनशिप में वह रजत जीतने वाली भारत की पहली खिलाड़ी जरूर बन गईं।...

    जकार्ता !   शीर्ष भारतीय महिला बैडमिंटन खिलाड़ी सायना नेहवाल विश्व चैम्यिनशिप के महिला एकल वर्ग के फाइनल में रविवार को सायना को शीर्ष वरीय स्पेन की कैरोलीन मारिन से हार गईं और उन्हें रजत पदक से संतोष करना पड़ा। सायना की विश्व चैम्पियनशिप में स्वर्ण जीतने की उम्मीद तो धराशायी हो गई, हालांकि विश्व चैम्ेिपयनशिप में वह रजत जीतने वाली भारत की पहली खिलाड़ी जरूर बन गईं। मारिन ने 59 मिनट में सायना को 21-16, 21-19 से हराया। मारिन की सायना पर यह लगातार दूसरी जीत है। पहले गेम में मारिन ने शुरू में कई गलतियां कीं और दूसरी विश्व वरीयता प्राप्त सायना बढ़त हासिल करने में सफल रहीं। मारिन ने उसके बाद वापसी करते हुए स्कोर 7-7 से बराबर किया और उसके बाद जैसा पूरा मुकाबला एकतरफा हो गया। दोनों खिलाड़ियों के बीच अच्छी टक्कर हुई और कई लंबी रैलियों के बीच शीर्ष वरीय मारिन अंतत: अंक हासिल करने में बीस साबित हुईं। पहला गेम समाप्त होते-होते सायना जैसे अपनी लय पूरी तरह खो बैठीं। दूसरे गेम में अपने प्रदर्शन में सुधार करते हुए सायना ने कुछ अच्छे शॉट जरूर लगाए और 12-6 की अच्छी बढ़त हासिल करने में कामयाब रहीं। लेकिन अपने खिताब का बचाव करते हुए मारिन ने फिर से शानदार वापसी की और अगले सारे अंक हासिल करते हुए स्कोर बराबर कर लिया। सायना रौ में तो नहीं लग रही थीं, लेकिन किसी तरह वह स्कोर 18-18 से बराबर करने में जरूर सफल रहीं। लेकिन मारिन ने अगले दो अंक हासिल कर लिए और अंतत: सायना ने वाइड शॉट लगा मारिन को उनका दूसरा खिताब दे दिया। दोनों खिलाड़ियों के बीच अब तक हुए पांच मुकाबलों में चार फाइनल के मुकाबले रहे हैं। इससे पहले भारत के नाम विश्व चैम्पियनशिप में चार कांस्य पदक रहे हैं और सायना ने देश के लिए पहला रजत पदक हासिल किया है।


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