• भारतीय सिनेमा को 'अभिव्यक्ति की स्वंतत्रता' की जरूरत : मनोज बाजपेयी

    बॉलीवुड के दिग्गज अभिनेता मनोज बाजपेयी का कहना है कि भारत की तरह भारतीय सिनेमा में भी 'अभिव्यक्ति की स्वंतत्रता' वक्त की जरूरत है। अभिनेता को 'सत्या', 'पिजर', 'शूल', 'गैंग्स ऑफ वासेपुर' जैसी फिल्मों में उनके अभिनय के लिए सराहा गया है।...

    नई दिल्ली। बॉलीवुड के दिग्गज अभिनेता मनोज बाजपेयी का कहना है कि भारत की तरह भारतीय सिनेमा में भी 'अभिव्यक्ति की स्वंतत्रता' वक्त की जरूरत है।

    अभिनेता को 'सत्या', 'पिजर', 'शूल', 'गैंग्स ऑफ वासेपुर' जैसी फिल्मों में उनके अभिनय के लिए सराहा गया है। वह 'जय हिद' नाम के एक स्वतंत्रता दिवस खास डिजिटल वीडियो में मुख्य भूमिका में हैं।

    मनोज ने बताया, "भारतीय सिनेमा में सेंसर बोर्ड हर बार इधर-उधर हस्तक्षेप करता रहता है और फिर कई लोग होते हैं जो फिल्मों पर प्रतिबंध लगाने, थियेटरों को बंद करने और पोस्टरों को जलाने के लिए तैयार रहते हैं। मुझे लगता है कि 'अभिव्यक्ति की स्वंतत्रता' एक संवैधानिक अधिकार होना चाहिए। या तो आप सिने कलाकारों को 'अभिव्यक्ति की स्वंतत्रता' का पूरा अधिकार दे दीजिए या फिर सिनेमा में होने के कारण समाज में न लाइए क्योंकि लोग हमेशा हमले के लिए तैयार नहीं रहते हैं।"

    उन्होंने कहा, "हम सराहनाओं और आलोचनाओं को लेने के लिए प्रशिक्षित रहते हैं लेकिन हम राजनीतिक हमलों के खिलाफ खुद की रक्षा के लिए प्रशिक्षित नहीं होते। इसीलिए भारतीय सिनेमा को पूरी तरह से 'अभिव्यक्ति की स्वंतत्रता' मिलनी चाहिए।"


    देश में पॉर्न और गोमांस पर लगे प्रतिबंध पर मनोज बाजपेयी ने कहा, "हमें निश्चित रूप से अंग्रेजों से आजादी मिली है लेकिन हमें मानसिक तौर पर स्वतंत्रता की जरूरत है। यही एक प्रश्न मेरे दिमाग में है कि क्या हमें बात करने की, चलने की, खाने की और पढ़ने की आजादी है? यह सवाल नागरिकों को खुद से करने चाहिए।"

    उन्होंने कहा कि उनके लिए आजादी का मतलब है कि वह जो करना चाहें वह कर सकें। उन्हें उनके अनुसार खाने, पीने, चलने, कपड़े पहनने और बात करने की आजादी हो। जब यह सब होना शुरू हो जाएगा तब उन्हें लगेगा की सही मायने में आजादी मिल गई है।

    मनोज बाजपेयी से 'जय हिद' जैसी छोटी फिल्मों में काम करने के कारण पूछे जाने पर उन्होंने जवाब में कहा, "मैं अमित शर्मा के साथ छोटी फिल्में करने के लिए प्रतिबद्ध हूं लेकिन किसी कारण वह दिए गए समय पर ऐसा नहीं कर पाए, तब यह फिल्म मेरे पास आई और मुझे फिल्म की कहानी काफी अच्छी लगी।" इस फिल्म में मनोज बाजपेयी के साथ रवीना टंडन मुख्य भूमिका में हैं।

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