• याकूब के कवरेज को लेकर चैनलों को कारण बताओ नोटिस पर बीईए ने जताई चिंता

    नयी दिल्ली ! ब्रॉडकास्ट एडिटर्स एसोसिएशन (बीईए) ने मुंबई बम धमाकों के दोषी याकूब मेनन की फांसी से जुड़ी खबरों को लेकर तीन चैनलों को कारण बताओ नोटिस जारी किए जाने पर चिंता जतायी है।...

    नयी दिल्ली !  ब्रॉडकास्ट एडिटर्स एसोसिएशन (बीईए) ने मुंबई बम धमाकों के दोषी याकूब मेनन की फांसी से जुड़ी खबरों को लेकर तीन चैनलों को कारण बताओ नोटिस जारी किए जाने पर चिंता जतायी है। मीडिया में आयी खबरों के मुताबिक सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय ने याकूब की फांसी से जुड़ी खबरों को लेकर तीन न्यूज चैनलों को कारण बताओ नोटिस जारी किया है। नोटिस में कहा गया है कि उनकी कवरेज से राष्ट्रपति और न्यायपालिका की अवमानना हुई है और क्यों न उनके खिलाफ कार्रवाई की जाय। छह पत्रकार संगठनों प्रेस क्लब ऑफ इंडिया, इंडियन वूमंस प्रेस कोर, मुंबई प्रेस क्लब, गुवाहाटी प्रेस क्लब, वृहद मुंबई यूनियन ऑफ जर्नलिस्ट और देहली यूनियन ऑफ जर्ननिस्ट ने भी चैनलों को नोटिस जारी किये जाने की निंदा करते हुए कहा है कि सरकार का यह कदम असुरक्षा और असहिष्णुता को दिखाता है। इन संगठनों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से हस्तक्षेप करने और नोटिस वापस लेने की अपील की है। बीईए ने आज यहां एक बयान में कहा कि चुनिंदा आधार पर मीडिया संस्थानों को नोटिस देने की प्रवृत्ति केंद्र और राज्य सरकारों में बढ़ रही है जो चिंता की बात है। बीईए ने इस मामले को सरकार के समक्ष उठाने का फैसला किया है। एसोसिएशन ने साथ ही केबल टेलीविजन नेटवर्क्स (संशोधन) कानून, 2015 पर भी चिंता जताई है जिसके तहत आतंकवाद विरोधी अभियान के सीधे प्रसारण पर रोक लगायी गयी है। उसने साथ ही कहा कि आतंकवादी घटनाओं के सीधे प्रसारण के पक्ष में नहीं है लेकिन मीडिया कवरेज को आधिकारिक ब्रीफिंग तक सीमित नहीं किया जा सकता है। बीईए की कार्यकारी समिति की आज हुई बैठक में राजस्थान सरकार द्वारा टाइम्स नाऊ को भेजे गए अवमानना नोटिसों और उत्तर प्रदेश विधानसभा द्वारा आज तक के खिलाफ शुरू की गयी विशेषाधिकार हनन कार्यवाही के मामले को भी सरकार के समक्ष उठाने का फैसला किया गया।


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