• दिल्‍ली को हिरोशिमा, मुंबई को बना देंगे नागासाकी

    इस्लामाबाद। पाकिस्‍तान की खुफिया एजेंसी इंटर सर्विसेज इंटेलिजेंस (आईएसआई) के पूर्व चीफ और सेना के रिटायर्ड ले. जनरल हामिद गुल ने भारत को धमकाया है। उन्‍होंने ट्वीट कर कहा है कि अगर भारत रास्‍ते पर नहीं आया तो हम दिल्‍ली और मुंबई को आज का हिरोशिमा और नागासाकी बना देंगे। गौरतलब है कि हिरोशिमा और नागासाकी वे शहर हैं जहां दूसरे वर्ल्‍ड वार के दौरान अमेरिका ने एटम बम गिराए थे। 1945 में 6 अगस्‍त के दिन ही अमेरिका ने हिरोशिमा को तबाह किया था। दो दिन बाद नागासाकी पर भी बम बरसाए गए थे। ...

    पाकिस्तान के पुर्व आईएसआई चीफ ने भारत को दी धमकी

    इस्लामाबाद। पाकिस्‍तान की खुफिया एजेंसी इंटर सर्विसेज इंटेलिजेंस (आईएसआई) के पूर्व चीफ और सेना के रिटायर्ड ले. जनरल हामिद गुल ने भारत को धमकाया है। उन्‍होंने ट्वीट कर कहा है कि अगर भारत रास्‍ते पर नहीं आया तो हम दिल्‍ली और मुंबई को आज का हिरोशिमा और नागासाकी बना देंगे। गौरतलब है कि हिरोशिमा और नागासाकी वे शहर हैं जहां दूसरे वर्ल्‍ड वार के दौरान अमेरिका ने एटम बम गिराए थे। 1945 में 6 अगस्‍त के दिन ही अमेरिका ने हिरोशिमा को तबाह किया था। दो दिन बाद नागासाकी पर भी बम बरसाए गए थे।


    हामिद गुल ने भारत की राष्‍ट्रीय और आर्थिक राजधानी (दिल्‍ली और मुंबई) को हिरोशिमा-नागासाकी बनाने की धमकी ऐसे समय दी है जब पाकिस्‍तान से आए आतंकियों ने उधमपुर में बीएसएफ के काफिले पर हमला कर दो जवानों को शहीद कर दिया। लेकिन, गांववालों ने एक आतंकी को भी धर दबोचा। इस आतंकी ने यह मान लिया है कि वह पाकिस्‍तान से हिंदुओं को मारने के लिए आया था। 11 जून को पाकिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति परवेज मुशर्रफ ने भी अपनी फौज को परमाणु हमले के लिए उकसाने वाला बयान दिया था। उन्होंने कहा था, ''क्या हमने एटम बम शब-ए-बरात के लिए बचाया हुआ है? न तो पाकिस्तान की फौज ने चूड़ियां पहन रखी हैं, न ही वह म्यांमार है।'’

     भारत ने मणिपुर में उग्रवादी हमले के बाद म्यामांर की सीमा में घुसकर कार्रवाई की थी। तब केंद्रीय मंत्री राज्यवर्द्धन राठौड़ ने कहा था कि म्यांमार में ऑपरेशन पड़ोसी देशों के लिए एक चेतावनी है, जो आतंकियों को पनाह दिए हुए हैं। बुलेटिन ऑफ द एटॉमिक साइंटिस्ट ने मार्च में जारी अपनी एक रिपोर्ट में बताया था किन देशों के पास कितने परमाणु बम हैं। रिपोर्ट के मुताबिक, पाकिस्तान के पास 110 परमाणु बम हैं जो भारत के 100 बमों के जखीरे से 10 ज्यादा हैं। हालांकि, ये आंकड़े 2012 की स्थिति के मुताबिक बताए गए थे। तीन साल में स्थिति कितनी बदली है, इस बारे में कोई आधिकारिक आंकड़ा उपलब्ध नहीं है।

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