• ठाणे में इमारत गिरने से 12 की मौत

    ठाणे ! महाराष्ट्र के ठाणे में मंगलवार तड़के एक तीन मंजिला इमारत के ढह जाने से 12 लोगों की मौत हो गई, जबकि 15 अन्य घायल हो गए। एक अधिकारी ने बताया कि नौपाडा इलाके में स्थित 50 साल पुरानी कृष्णा निवास इमारत सोमवार आधी रात के बाद लगभग 2.30 बजे धराशायी हो गई, जब लोग गहरी नींद में सो रहे थे।...

    ठाणे !   महाराष्ट्र के ठाणे में मंगलवार तड़के एक तीन मंजिला इमारत के ढह जाने से 12 लोगों की मौत हो गई, जबकि 15 अन्य घायल हो गए। एक अधिकारी ने बताया कि नौपाडा इलाके में स्थित 50 साल पुरानी कृष्णा निवास इमारत सोमवार आधी रात के बाद लगभग 2.30 बजे धराशायी हो गई, जब लोग गहरी नींद में सो रहे थे। हादसे में बचे एक व्यक्ति ने संवाददाताओं को बताया, "हम सब सो रहे थे। अचानक फर्श धंसने लगी और इससे पहले कि हम सुरक्षित बाहर निकल पाते, इमारत तेज आवाज के साथ धराशयी हो गई।" घटना के 20 मिनट बाद ही अग्निशमन विभाग के कर्मचारी घटनास्थल पर पहुंच गए, जिसके बाद राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ) पहुंचा और तीन लोगों को मलबे से बाहर निकाला। एनडीआरएफ के उप कमांडेंट एस.गावडे ने कहा कि 50 सदस्यों वाले उनके दल तथा एक स्निफर कुत्ते ने चार अन्य लोगों को मलबे से बाहर निकाला। इमारत में 16 फ्लैट हैं, जिसमें ऊपरी मंजिल पर पांच परिवार किरायेदार के रूप में रहते हैं। भू तल खाली था। ठाणे नगर निगम के एक अधिकारी ने कहा कि किरायेदार तथा मकान मालिक के बीच विवाद चल रहा था, जिसके कारण इमारत का संरचनात्मक स्थिरता परीक्षण नियमित तौर पर नहीं हुआ था। अधिकारी ने कहा कि इमारत पुरानी थी, लेकिन यह जर्जर अवस्था में नहीं थी। उन्होंने कहा कि हादसे का कारण विस्तृत जांच के बाद ही पता चल पाएगा। ठाणे के जिलाधिकारी अश्विनी और गार्जियन मंत्री एकनाथ शिंदे बचाव एवं राहत कार्य की निगरानी के लिए घटनास्थल पर पहुंचे। मृतकों में सौरभ पी.भट्ट (54), रामचंद्र पी.भट्ट (65), मीरा आर.भट्ट (58), रचिता आर.भट्ट (22), अरुण डी.सावंत (62), अमित ए.सावंत (40), भक्ति ए.सावंत (32), अनन्या ए.खोत (7), प्रिया ए.पटेल (14), मांदा ए.नेने (70), रश्मि के.मांजे (25) तथा महादेव आर.बारवे (60) शामिल हैं। ठाणे में एक सप्ताह के अंदर इमारत ढहने का यह दूसरा मामला है। इससे पहले 29 जुलाई को मातृछाया भवन ढहने की घटना में नौ लोगों की मौत हो गई थी और पांच लोग घायल हुए थे। राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के कार्यकारी अध्यक्ष जितेंद्र अवहद ने इमारत गिरने के दोनों हादसों पर चिंता जताई और घटनाओं की वैज्ञानिक जांच कराए जाने की मांग की। वहीं, शिंदे ने कहा कि इस तरह के हादसों को रोकने का एकमात्र तरीका यह है कि जल्द से जल्द पुरानी और जर्जर इमारतों की मरम्मत शुरू कर दी जाए।


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