• तीन साल की बच्ची से दुष्कर्म, विरोध में सड़कों पर उतरी जनता

    बेंगलुरू । यहां के एक स्कूल में सोमवार को तीन साल की बच्ची से दुष्कर्म का मामला सामने आया है। बच्ची को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। पुलिस को अब तक आरोपी के बारे में कोई सुराग तक नहीं मिला है। बच्‍ची के परिवार वाले और बेंगलुरु की जनता घटना का विरोध करने के लिए मंगलवार को सड़कों पर उतरी। पुलिस ने उन्‍हें रोकने की कोशिश की तो दोनों पक्ष में टकराव भी हो गया।घटना इंदिरानगर के एक स्कूल के कैम्पस की है। पुलिस ने बताया, “बच्ची प्री-नर्सरी की छात्रा है। उसके माता-पिता उसे सोमवार दोपहर 12.30 बजे स्कूल लेने पहुंचे तो वह दर्द से कराह रही थी। माता-पिता बच्ची को हॉस्पिटल लेकर गए। बच्ची के प्राइवेट पार्ट्स पर खरोंच के निशान थे।” ...

    बेंगलुरू । यहां के एक स्कूल में सोमवार को तीन साल की बच्ची से दुष्कर्म का मामला सामने आया है। बच्ची को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। पुलिस को अब तक आरोपी के बारे में कोई सुराग तक नहीं मिला है। बच्‍ची के परिवार वाले और बेंगलुरु की जनता घटना का विरोध करने के लिए मंगलवार को सड़कों पर उतरी। पुलिस ने उन्‍हें रोकने की कोशिश की तो दोनों पक्ष में टकराव भी हो गया।घटना इंदिरानगर के एक स्कूल के कैम्पस की है। पुलिस ने बताया, “बच्ची प्री-नर्सरी की छात्रा है। उसके माता-पिता उसे सोमवार दोपहर 12.30 बजे स्कूल लेने पहुंचे तो वह दर्द से कराह रही थी। माता-पिता  बच्ची को हॉस्पिटल लेकर गए। बच्ची के प्राइवेट पार्ट्स पर खरोंच के निशान थे।”


    बच्ची का मेडिकल कराया गया है। पुलिस के मुताबिक, बच्ची ने बातचीत के दौरान केवल ‘स्कूल अंकल’ बोला है। मेडिकल टेस्ट की रिपोर्ट फिलहाल पुलिस को नहीं मिल सकी है। पुलिस ने स्कूल अथॉरिटीज से पूछताछ की है। पूछताछ में स्कूल अथॉरिटीज ने कहा कि कैम्पस में सीसीटीवी लगे हैं लेकिन उनमें यौन शोषण की कोई घटना कैप्चर नहीं है। बेंगलुरू में किसी बच्ची के यौन शोषण का इस साल यह पहला मामला है। पिछले साल इस तरह की कई घटनाएं सामने आईं थीं। इसके बाद लोकल एडमिनिस्ट्रेशन ने सभी स्कूलों में सीसीटीवी लगाने के ऑर्डर जारी किए थे। स्कूलों के लिए कड़े नियम भी बनाए गए थे।

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