• अमरनाथ यात्रा में कमी का सिलसिला जारी

    श्रीनगर ! पहले अगर अमरनाथ यात्रा के प्रतीक हिमलिंग के पिघल जाने से यात्रियों की संख्या प्रभावित हुई थी तो अब जम्मू में चल रहे बंद और हड़ताल के कारण यह प्रभावित होने लगी है। खराब मौसम भी अपनी भूमिका अदा कर रहा है। लेकिन बावजूद इसके इतना जरूर था कि सवा तीन लाख श्रद्धालुओं ने इसमें शिरकत कर ली थी और 38 अमरनाथ श्रद्धालुओं की मौत समाचार भिजवाए जाने तक हो चुकी थी।...

    फिर भी सवा तीन लाख लोगों ने किए दर्शन, 38 की मौत हो गई श्रीनगर !   पहले अगर अमरनाथ यात्रा के प्रतीक हिमलिंग के पिघल जाने से यात्रियों की संख्या प्रभावित हुई थी तो अब जम्मू में चल रहे बंद और हड़ताल के कारण यह प्रभावित होने लगी है। खराब मौसम भी अपनी भूमिका अदा कर रहा है। लेकिन बावजूद इसके इतना जरूर था कि सवा तीन लाख श्रद्धालुओं ने इसमें शिरकत कर ली थी और 38 अमरनाथ श्रद्धालुओं की मौत समाचार भिजवाए जाने तक हो चुकी थी। अमरनाथ यात्रा के लिए आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या में कमी का सिलसिला तेजी से जारी है। यात्रा के आधार शिविर यात्री निवास भगवती नगर से आज महज 322 श्रद्धालुओं का जत्था पहलगाम और बालटाल के लिए रवाना हुआ। रवाना हुए जत्थे में 146 पुरुष, 71 महिलाएं, 5 बच्चे शामिल थे जो 13 वाहनों पर सवार होकर यात्रा पर गए। अब तक सवा तीन लाख श्रद्धालुओं ने पवित्र गुफा में शिवलिंग के दर्शन कर लिए हैं। जानकारी के लिए पिछले वर्ष तीन लाख 73 हजार श्रद्धालुओं ने पवित्र गुफा में शिवलिंग के दर्शन किए थे। अगर श्रद्धालुओं की संख्या में कमी का सिलसिला जारी रहा तो यह संख्या पिछले वर्ष के बराबर भी पहुंच नहीं पाएगी। हालांकि यह यात्रा अभी 29 अगस्त तक चलनी हैै। यात्रा कम होने के कारण जम्मू स्थित भगवती नगर में चहल-पहल कम हो गई है। यात्रा के लिए साधु बहुत कम आ रहे हैं। अब जो श्रद्धालु दर्शनों के लिए आ रहे हैं, वे अपनी निर्धारित यात्रा की तिथि के अनुसार आ रहे हैं। यात्री निवास से रवाना होने के अलावा मात्र दो हजार तक श्रद्धालु ही सीधे यात्रा के लिए जा रहे हैं। आने वाले दिनों में श्रद्धालुओं की संख्या बहुत कम हो जाएगी। बालटाल में कई दुकानों वालों ने अपना सामान समेट कर वापस जाना शुरू कर दिया गया है। इस बीच जम्मू और कश्मीर में पवित्र अमरनाथ गुफा के दर्शन करने के लिए आए एक और यात्री की मृत्यु होने से मृतकों की संख्या 38 हो गई है। अमरनाथ यात्रा के एक अधिकारी ने बताया कि यात्रा के दौरान पारंपरिक मार्ग पर पंजतरणी में महाराष्ट्र निवासी 61 वर्षीय एक यात्री काशीनाथ कुलिंदी को दिल का दौरा पड़ा। उन्हें तत्काल चिकित्सा शिविर ले जाया गया जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। उन्होंने बताया कि गत दो जुलाई से शुरू हुई इस यात्रा में अब 38 लोगों की मौत हो चुकी है जिनमें सेवादार तथा सुरक्षाकर्मी भी शामिल हैं। हालांकि श्रीअमरनाथ श्राइन बोर्ड ने यात्रियों को अतिरिक्त सावधानी बरतने के नए निर्देश जारी किए हैं।


     

अपनी राय दें