तीन शावल मशीन व एक ड्रिल मशीन में लगाई आग
करोड़ों के नुकसान का अनुमान
दंतेवाड़ा/बचेली ! शहीदी सप्ताह पर नक्सलियों का उत्पात जारी है। गीदम के तुमनार बाजार में व्यापारी की हत्या के बाद बीती रात एनएमडीसी बचेली के निक्षेप क्रमांक 5 में नक्सलियों ने 4 मशीनों को आग के हवाले कर दिया। इससे एनएमडीसी को लगभग 100 करोड़ के नुकसान की आशंका है।
औद्योगिक नगरी बचेली की एनएमडीसी में भी नक्सलियों ने बीती रात धावा बोल दिया। केन्द्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल की मौजूदगी के बावजूद 100 करोड़ से ज्यादा का नुकसान नक्सलियों ने यहां किया है। सुरक्षा के नाम पर तैनात सीआईएसएफ को एनएमडीसी प्रतिवर्ष करोड़ो रुपए का भुगतान करती है, लेकिन नक्सल हमलों के दौरान सीआईएसएफ नक्सलियों की तुलना में बौनी साबित हुई है। बीती रात करीब 10 बजे एनएमडीसी के डिपोजिट 5 में नक्सलियों ने 3 शावल मशीन और एक ड्रिल मशीन को आग के हवाले कर दिया। यहां पर कुछ देर तक फायरिंग भी हुई। फायरिंग नक्सलियों ने की या सीआईएसएफ ने यह स्पष्ट नहीं हो पाया है। मशीनों को जलाने से करीब 100 करोड़ का नुकसान हुआ है ऐसा माना जा रहा है। बीते वर्ष भी इसी अवधि में नक्सलियों ने एक ड्रिल मशीन को नुकसान पहुंचाया था। एनएमडीसी के किरन्दुल और बचेली दोंनो ही औद्योगिक ईकाईयों में नक्सली लगातार नुकसान पहुंचाते रहे हैं। फरवरी 2005 में किरन्दुल के हिरौली क्षेत्र में नक्सलियों ने धावा बोलकर काफी बड़ी मात्रा में बारूद लूटा था। यहां पर सीआईएसएफ के 10 जवान शहीद भी हुए थे। इसके बाद बचेली और किरन्दुल दोनों नक्सलियों के सॉफ्ट टारगेट रहे हैं। बीती रात की घटना के बाद यहां की सुरक्षा व्यवस्था पर भी सवाल उठ रहे हैं। सीआईएसएफ का सुरक्षा घेरा एनएमडीसी को मिलता है इसलिए सामान्य पुलिस ज्यादा हस्तक्षेप नहीं कर पाती, लेकिन नक्सल हमलों के बाद जिला पुलिस को ही ज्यादा सक्रिय होना पड़ता है। बीती रात की वारदात के बाद आज सुबह एसपी कमलोचन कश्यप ने दलबल के साथ घटना स्थल का जायजा भी लिया।