• भारतीय युवकों को कट्टरपंथी बनाए जाने के खतरे

    नई दिल्ली | केंद्रीय गृह मंत्रालय इस्लामिक स्टेट के खतरे पर चर्चा के लिए शनिवार को उच्चस्तरीय बैठक आयोजित कर रहा है। यह बैठक विशेषकर इस्लामिक स्टेट (आईएस) द्वारा भारतीय युवकों को कट्टरपंथी बनाए जाने के खतरे के मद्देनजर की जा रही है। मीडिया की मौजूदगी से दूर बैठक में जम्मू एवं कश्मीर, उत्तर प्रदेश, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना और कर्नाटक सहित 12 राज्यों के पुलिस अधिकारी तथा अन्य अधिकारी शामिल हुए हैं।...

    नई दिल्ली | केंद्रीय गृह मंत्रालय इस्लामिक स्टेट के खतरे पर चर्चा के लिए शनिवार को उच्चस्तरीय बैठक आयोजित कर रहा है। यह बैठक विशेषकर इस्लामिक स्टेट (आईएस) द्वारा भारतीय युवकों को कट्टरपंथी बनाए जाने के खतरे के मद्देनजर की जा रही है। मीडिया की मौजूदगी से दूर बैठक में जम्मू एवं कश्मीर, उत्तर प्रदेश, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना और कर्नाटक सहित 12 राज्यों के पुलिस अधिकारी तथा अन्य अधिकारी शामिल हुए हैं। सूत्रों के अनुसार, बैठक की अध्यक्षता केंद्रीय गृह सचिव एल.सी. गोयल कर रहे हैं, जबकि जम्मू एवं कश्मीर, उत्तर प्रदेश, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, कर्नाटक, महाराष्ट्र, केरल,असम, पंजाब, पश्चिम बंगाल और दिल्ली के गृह सचिव तथा पुलिस प्रमुख इसमें शामिल हुए हैं। सूत्रों का कहना है कि जम्मू एवं कश्मीर में इस्लामिक स्टेट का झंडा लहराए जाने तथा इससे संबंधित गतिविधियों से सरकार सतर्क हुई है। विभिन्न सोशल मीडिया साइटों पर भी सरकारी अधिकारी निगाह बनाए हुए हैं। उन लोगों पर भी नजर बनाकर रखी गई है, जो चरमपंथियों के सिद्धांतों से प्रभावित हो सकते हैं।


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