• लीबिया में अगवा 2 अन्य भारतीयों का सुराग नहीं

    हैदराबाद । लीबिया में अगवा किए गए चार में से दो भारतीय नागरिकों के बारे में अब तक कोई जानकारी नहीं मिली है, जिससे उनकी सुरक्षा को लेकर भारत में उनका परिवार चिंतित है। लीबिया के सिर्ते में अगवा किए गए चार भारतीय नागरिकों में से दो को शुक्रवार को मुक्त कर दिया गया था। ये दोनों कर्नाटक के थे। वहीं दो अन्य भारतीय नागरिक अब भी इस्लामिक स्टेट के कब्जे में हैं, जिनमें से एक तेलंगाना और एक अन्य आंध्र प्रदेश के हैं। तेलंगाना के बलराम कृष्ण और आंध्र प्रदेश के टी.गोपीकृष्ण के बारे में अब तक कोई सुराग नहीं मिला है।...

    हैदराबाद  लीबिया में अगवा किए गए चार में से दो भारतीय नागरिकों के बारे में अब तक कोई जानकारी नहीं मिली है, जिससे उनकी सुरक्षा को लेकर भारत में उनका परिवार चिंतित है। लीबिया के सिर्ते में अगवा किए गए चार भारतीय नागरिकों में से दो को शुक्रवार को मुक्त कर दिया गया था। ये दोनों कर्नाटक के थे। वहीं दो अन्य भारतीय नागरिक अब भी इस्लामिक स्टेट के कब्जे में हैं, जिनमें से एक तेलंगाना और एक अन्य आंध्र प्रदेश के हैं। तेलंगाना के बलराम कृष्ण और आंध्र प्रदेश के टी.गोपीकृष्ण के बारे में अब तक कोई सुराग नहीं मिला है। हालांकि हैदराबाद निवासी बलराम के परिवार की सदस्य श्रीदेवी को शुक्रवार को रिहा किए गए एक व्यक्ति का संदेश मिला था कि सभी ठीक हैं, लेकिन आगे कोई सूचना नहीं मिली है, जिससे सभी अब तक परेशान हैं। आंध्र प्रदेश के श्रीकाकुलम जिले के गोपीकृष्ण का परिवार भी हैदराबाद में ही रहता है। सिर्ते विश्वविद्यालय के चार शिक्षक त्रिपोली तथा ट्युनिश के रास्ते 29 जुलाई को भारत लौट रहे थे, जब सिर्ते से 50 किलोमीटर दूर एक सीमा चौकी पर उन्हें कब्जे में लिया गया था।


     विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने शुक्रवार रात कहा था कि कर्नाटक के दो निवासियों को मुक्त कर दिया गया है। अन्य दो की रिहाई के प्रयास जारी हैं। गोपीकृष्ण विश्वविद्यालय की जुफ्रा शाखा में 2007 से कंप्यूटर साइंस पढ़ा रहे थे, जबकि बलराम 2011 से अंग्रेजी के शिक्षक थे।  गोपीकृष्ण की पत्नी कल्याणी ने कहा कि उनके पति ने बुधवार को उनसे बात की थी और कहा था कि वह ट्युनिश के रास्ते घर लौट रहे हैं। इन दोनों के दो बच्चे जाह्न्वी (10)तथा ईश्वर (4) हैं। बलराम और श्रीदेवी के दो बच्चे विजयभाष्कर (19) और मधुसूदन (12) हैं। श्रीदेवी हैदराबाद के निजी कॉलेज में व्याख्याता तथा विजयभाष्कर आईआईटी खड़गपुर के छात्र हैं। इधर, आंध्र प्रदेश के प्रवासी मामलों के मंत्री पल्ले रघुनाथ रेड्डी ने कहा कि राज्य सरकार, भारत सरकार तथा लीबिया की मदद से गोपीकृष्ण की रिहाई के प्रयास कर रही है। 

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