• कर्ज में डूबे किसान ने की आत्महत्या

    कोरबा ! एक किसान ने किसान क्रेडिट कार्ड योजना के तहत कृषि कार्य हेतु कर्ज ले लिया। कर्ज की राशि से 9 एकड़ खेत में मेहनत कर फसल उगाई। मेहनत का प्रतिफल मिलने से पहले हाथियों का कहर बरपा। सारी फसल कुछ ही मिनटों में नष्ट हो गई। फसल की क्षतिपूर्ति के लिए दर-दर ठोकर खाने तथा कर्ज चुकाने के लिए कोई रास्ता न देख किसान ने अंतत: आत्महत्या कर ली।...

    हाथियों से हुई फसल की क्षति का मुआवजा नहीं मिला कोरबा !   एक किसान ने किसान क्रेडिट कार्ड योजना के तहत कृषि कार्य हेतु कर्ज ले लिया। कर्ज की राशि से 9 एकड़ खेत में मेहनत कर फसल उगाई। मेहनत का प्रतिफल मिलने से पहले हाथियों का कहर बरपा। सारी फसल कुछ ही मिनटों में नष्ट हो गई। फसल की क्षतिपूर्ति के लिए दर-दर ठोकर खाने तथा कर्ज चुकाने के लिए कोई रास्ता न देख किसान ने अंतत: आत्महत्या कर ली। जानकारी के अनुसार कोरबा वन मंडल एवं रजगामार पुलिस चौकी अंतर्गत ग्राम बुंदेली निवासी कृषक जागेश्वर सिंह कंवर 9 एकड़ खेत का मालिक था। उसने अपनी खेत में फसल के लिए किसान क्रेडिट कार्ड योजना से ढाई लाख रूपए का कर्ज लिया था। कर्ज की रकम से जागेश्वर ने खेत में फसल उगाई किन्तु नवंबर 2014 में हाथियों का बुंदेली के आसपास आना हुआ। हाथियों ने जागेश्वर के भी खेत में खड़ी पूरी फसल को रौंदकर तहस-नहस कर दिया। इसके बाद जागेश्वर पर मुसीबतों का पहाड़ टूट पड़ा। एक तो ढाई लाख कर्ज चुकाने की चिन्ता और दूसरी ओर फसलों का नुकसान हो जाने के बाद परिजनों का पेट भरने व पालन-पोषण की चिन्ता उसे सताए जा रही थी। जागेश्वर ने क्षतिपूर्ति के लिए वन विभाग कार्यालय में आवेदन किया किन्तु कई महीने तक चक्कर काटने के बाद भी मुआवजा नहीं मिल सका। हालांकि मिलने वाला मुआवजा उसके नुकसान से काफी कम था लेकिन कुछ राहत जरूर मिलती। वन विभाग द्वारा प्रति एकड़ 800 रूपए का मुआवजा निर्धारित किया था। इसके आधार पर पीडि़त को मुआवजा मिलना था। इधर हर तरफ से निराशा हाथ लगने पर जागेश्वर ने गुरूवार की दोपहर घर में जहर का सेवन कर लिया। हालत बिगडऩे पर परिजनों ने जागेश्वर को उपचार हेतु जिला अस्पताल दाखिल कराया और यहां चिकित्सकीय परीक्षण के बाद परिजनों को भी पता चला कि जागेश्वर ने जहर खा लिया है। उपचार के दौरान देर रात जागेश्वर ने दम तोड़ दिया।   घटना की जांच कराई जाएगी : डीएफओ कोरबा वन मंडल अधिकारी जे आर नायक ने इस घटनाक्रम की जानकारी देने के बाद कहा कि यदि पीडि़त व्यक्ति को मुआवजा नहीं मिला होगा तो वे इसकी जांच कराएंगे और जल्द ही मुआवजा दिलाने की व्यवस्था करेंगे।


     

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