जानकारी के अनुसार दिल्ली से मंगलवार की आधी रात एयर इंडिया के विशेष विमान से आयकर अधिकारियों की टीम रायपुर पहुंची। टीम में 20 से अधिक विभाग के वरिष्ठ अधिकारी थे। पहली बार वे अपने साथ सीआरपीएफ के हथियार बंद जवानों को साथ ले आए थे। स्थानीय पुुलिस से सहयोग लेने पर छापे की कार्रवाई लीक होने का अंदेशा रहता है। इसे देखते हुए अधिकारी अपने साथ सुरक्षा के लिए जवान लेकर आए हैं।
रायपुर ! हीराग्रुप के राजधानी स्थित कार्यालय, फैक्ट्री व संचालकों के निवास पर बुधवार को सुबह दिल्ली से आए आयकर विभाग के अधिकारियों ने दबिश दी। रायगढ़ व बिलासपुर में भी छापे की कार्रवाई की गई। इसके अलावा इस समूह की 6 राज्यों मेंं स्थित 28 प्रतिष्ठानों पर भीं जांच चल रही है। दिनभर चली कार्रवाई के दौरान काफी संख्या में खरीदी-बिक्री के दस्तावेज जब्त किए गए हैं। सूत्रों की मानें तो 5 सौ करोड़ से अधिक कर चोरी का मामला सामने आया है। आयकर के स्थानीय अफसरों को भी विश्वास में नहीं लिया गया है। अधिकारी अधिकृत जानकारी देने से बचने की कोशिश कर रहे हैं।
दिल्ली से विशेष अधिकारियों का दस्ता मंगलवार की रात विशेष विमान से रायपुर पहुंचा था। सुबह 6 बजे हीरा समूह के प्रमुख बाबूलाल अग्रवाल के गीता नगर स्थित आवास के अलावा पंडरी कार्यालय में एक साथ छापे की कार्रवाई की गई। फाफाडीह स्थित कंपनी के संचालकों के यहां भी आयकर अफसरों ने जांच-पड़ताल की है। पंडरी स्थित कार्यालय में कार्रवाई के दौरान दस्तावेज लॉकर में रखा गया था। संचालकों व वरिष्ठ अधिकारियों से चॉबी लेकर आयकर विभाग ने इन दस्तावेजों को जब्त कर लिया है। बताया जाता है कि इनमें खरीदी व बिक्री संबंधित काफी गोपनीय दस्तावेज हैं। छापेमारी में करोड़ों की अनुपातहीन संपत्ति का पता चला है। आयकर अफसरों ने फिलहाल इसकी जानकारी देने से मना कर दिया है। हीरा समूह वीआईपी रोड में एक आवासीय कॉलोनी का भी निर्माण कर रहा है।
कंपनी ने रियल स्टेट के क्षेत्र में काफी निवेश किया है। समूह को कांकेर जिले के आरीडोंगरी में लौह अयस्क खदान आबंटित की गई है। लौह खदान में अवैध उत्खनन की शिकायत भी की गई थी। हीरा समूह स्टील के अलावा फैरो एलायज और रियल स्टेट के क्षेत्र में कारोबार कर रहा है। सिलतरा में स्टील के साथ ही पॉवर प्लांट भी है। इसके अलावा राजस्थान में 50 मेगावॉट का सोलर प्लांट भी है। आयकर विभाग के एक अधिकारी के मुताबिक प्रदेश में रायगढ़ व बिलासपुर में भी दबिश दी गई है। बताया जाता है कि हीरा गु्रप से जुड़े कई संचालकों व अधिकारियों के यहां से भी दस्तावेज जब्त किए गए हैं। इन दस्तावेजों का परीक्षण करने के बाद ही कर चोरी की वास्तविक राशि का पता चलेगा। फिलहाल 5 सौ करोड़ से अधिक की कर चोरी की संभावना जताई गई है। कंपनी के दिल्ली, राजस्थान, मुंबई, ओडि़शा, हैदराबाद स्थित कार्यालयों में जांच-पड़ताल का काम चल रहा है।