• शहीद एसपी को राजकीय सम्मान के साथ दी गई अंतिम विदाई

    कपूरथला। गुरदासपुर के दीनानगर में आतंकियों से लोहा लेते हुए शहीद हुए एसपी बलजीत सिंह को बुधवार को गमगीन माहाैल में अंतिम विदाई दी गई। यहां राजकीय सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार किया गया। पुत्र मनिंदरपाल सिंह ने चिता को मुखाग्नि दी। अंतिम संस्कार के समय में कई राजनेता, प्रशासनिक व पुलिस अधिकारी मौजूद थे। इससे पहले सुबह पंजाब के मुख्यमंत्री ने सहित कई नेताओं ने शहीद एसपी के घर पुहंच कर उनको श्रद्धांजलि दी। मुख्यमंत्री बादल ने कहा कि शहादत का कोई मूल्य नहीं होता। शहीद परिवार की हर तरह से पूरी मदद की जाएगी। परिवार ने कुछ नहीं मांगा है। मुख्यमंत्री से बातचीत के बाद परिवार शहीद एसपी का अंतिम संस्कार करने को राजी हो गया।...

    कपूरथला। गुरदासपुर के दीनानगर में आतंकियों से लोहा लेते हुए शहीद हुए एसपी बलजीत सिंह को बुधवार को गमगीन माहाैल में अंतिम विदाई दी गई। यहां राजकीय सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार किया गया। पुत्र मनिंदरपाल सिंह ने चिता को मुखाग्नि दी। अंतिम संस्कार के समय में कई राजनेता, प्रशासनिक व पुलिस अधिकारी मौजूद थे। इससे पहले सुबह पंजाब के मुख्यमंत्री ने सहित कई नेताओं ने शहीद एसपी के घर पुहंच कर उनको श्रद्धांजलि दी। मुख्यमंत्री बादल ने कहा कि शहादत का कोई मूल्य नहीं होता। शहीद परिवार की हर तरह से पूरी मदद की जाएगी। परिवार ने कुछ नहीं मांगा है। मुख्यमंत्री से बातचीत के बाद परिवार शहीद एसपी का अंतिम संस्कार करने को राजी हो गया। शहीद एसपी को श्रद्धांजलि देने वालों का तांता लगा हुआ है। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष कमल शर्मा, पंजाब कांग्रेस के प्रभारी शकील अहमद, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष प्रताप सिंह बाजवा सहित राज्य के कई नेताओं ने शहीद एसपी को श्रद्धांजलि दी। शहीद को श्रद्धांजलि देने के लिए जनसमूह उमड़ पड़ा। मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल यहां सुबह करीब आठ बजे पहुंचे। उन्होंने शहीद के परिवार से बंद कमरे में बात की। इसके बाद बादल ने कहा कि शहीद बलजीत सिंह ने देश के लिए अपनी जान कुर्बान की है। सरकार उनके परिवार को किसी तरह की तकलीफ या दिक्कत नहीं हाेने देगी। परिवार को हर तरह से पूरी मदद दी जाएगी। बादल ने कहा कि परिवार ने अपनी काेई मांग नहीं रखी है। उल्लेखनीय है कि मंगलवार को शहीद एसपी बलजीत सिंह की पत्नी कुलवंत कौर ने कहा था कि उनके बेटे मनिंदर पाल को एसपी और बेटियों रविंदर कौर और परमिंदर कौर को तहसीलदार की नौकरी मिलने के बाद ही शहीद का अंतिम संस्कार किया जाएगा। इसे पहले शहीद एसपी का पार्थिव शरीर यहां पहुंचने पर माहौल बेहद गमगीन हो गया। उनके शव के साथ लिपट कर विलाप रही उनकी पत्नी व बच्चों को देखकर सबकी आंखें भर आईं। शहीद को श्रद्धांजलि देने वालाें का तांता लगा है। 


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