• अमेरिका और भारत पर हमले की तैयारी कर रहा आईएसआईएस

    वॉशिंगटन। आतंकी संगठन आईएसआईएस अमेरिका से 'आखिरी जंग' लड़ने की तैयारी कर रहा है। वह भारत पर हमले के लिए भी आतंकी इकट्ठे कर रहा है। एक अमेरिकी मीडिया ग्रुप ने संगठन के इंटरनल रिक्रूटमेंट डॉक्युमेंट्स के हवाले से यह दावा किया है। हालांकि, भारतीय खुफिया एजेंसियों ने इस रिपोर्ट को खारिज करते हुए कहा है कि भारत में आईएसआईएस की मौजूदगी के कोई सबूत नहीं मिले हैं। रिपोर्ट के मुताबिक, आईएसआईएस इस बड़ी साजिश को अंजाम देने के लिए अफगान और पाकिस्तान तालिबान के आतंकियों को इकट्ठा करने की कोशिश में जुटा है। डॉक्युमेंट में ऐसे जंग की बात कही गई है, जो इतिहास में पहले कभी नहीं लड़ी गई। इस मंसूबे को अंजाम देने के लिए अल कायदा जैसे विरोधी आतंकी संगठन को भी शामिल होने की अपील की गई है। आईएसआईएस मानता है कि भारत पर हमला करके वह अमेरिका को इस कदर उकसाएगा, जिससे दोनों के बीच आर पार की लड़ाई होगी। अमेरिकन न्यूज साइट 'यूएसए टुडे' ने मंगलवार को उर्दू भाषा में 32 पेज के डॉक्युमेंट का हवाला देते हुए एक इन्वेस्टिगेटिव स्टोरी पब्लिश की थी। डॉक्युमेंट कब का है, यह पता नहीं चल पाया है। डॉक्युमेंट का टाइटल है, 'इस्लामिक स्टेट खलीफा का संक्षिप्त इतिहास, पैगंबर के मुताबिक खलीफा।'...

    वॉशिंगटन। आतंकी संगठन आईएसआईएस अमेरिका से 'आखिरी जंग' लड़ने की तैयारी कर रहा है। वह भारत पर हमले के लिए भी आतंकी इकट्ठे कर रहा है। एक अमेरिकी मीडिया ग्रुप ने संगठन के इंटरनल रिक्रूटमेंट डॉक्युमेंट्स के हवाले से यह दावा किया है। हालांकि, भारतीय खुफिया एजेंसियों ने इस रिपोर्ट को खारिज करते हुए कहा है कि भारत में आईएसआईएस की मौजूदगी के कोई सबूत नहीं मिले हैं। रिपोर्ट के मुताबिक, आईएसआईएस इस बड़ी साजिश को अंजाम देने के लिए अफगान और पाकिस्तान तालिबान के आतंकियों को इकट्ठा करने की कोशिश में जुटा है। डॉक्युमेंट में ऐसे जंग की बात कही गई है, जो इतिहास में पहले कभी नहीं लड़ी गई। इस मंसूबे को अंजाम देने के लिए अल कायदा जैसे विरोधी आतंकी संगठन को भी शामिल होने की अपील की गई है। आईएसआईएस मानता है कि भारत पर हमला करके वह अमेरिका को इस कदर उकसाएगा, जिससे दोनों के बीच आर पार की लड़ाई होगी। अमेरिकन न्यूज साइट 'यूएसए टुडे' ने मंगलवार को उर्दू भाषा में 32 पेज के डॉक्युमेंट का हवाला देते हुए एक इन्वेस्टिगेटिव स्टोरी पब्लिश की थी। डॉक्युमेंट कब का है, यह पता नहीं चल पाया है। डॉक्युमेंट का टाइटल है, 'इस्लामिक स्टेट खलीफा का संक्षिप्त इतिहास, पैगंबर के मुताबिक खलीफा।'' न्यूज साइट के मुताबिक, उन्हें यह डॉक्युमेंट पाकिस्तान तालिबान से जुड़े एक पाकिस्तानी नागरिक से हासिल हुआ है। हार्वर्ड के एक स्कॉलर ने उर्दू में लिखे डॉक्युमेंट को अंग्रेजी में ट्रांसलेट किया। बाद में कई वर्तमान और रिटायर्ड अफसरों ने इसके प्रामाणिकता की पुष्टि की है। रिटायर्ड सीआईए अफसर और ब्रूकिंग्स इंस्टीट्यूट में सीनियर फेलो ब्रूस रिडेल ने कहा, "भारत पर हमले से आईएसआईएस का कद बढ़ जाएगा। इससे क्षेत्र में स्थिरता पर संकट पैदा हो जाएगा। भारत पर हमला एशियाई आतंकियों के लिए 'होली ग्रेल' (अंतिम भोज में ईसा मसीह द्वारा इस्तेमाल किया प्याला) के समान है।" डॉक्युमेंट्स के मुताबिक, आईएसआईएस के आतंकी अमेरिका के साथ आर-पार की लड़ाई करना चाहते हैं। आतंकी यह मानते हैं कि अगर अमेरिका अपने सहयोगी देशों की मदद से हमले भी करता है, तो उम्माह (मुसलमान) एकजुट होकर इस 'आखिरी जंग' को अंजाम देंगे। व्हाइट हाउस ने कहा कि वह अफगानिस्तान में आईएसआईएस की मौजूदगी से पूरी तरह वाकिफ है। वह मामले पर करीब से नजर रखे हुए है।


अपनी राय दें