• वामदलों, सपा ने नहीं की, सोनिया की इफ्तार में शिरकत

    नयी दिल्ली ! संसद के मानसून सत्र और बिहार विधानसभा चुनाव के पूर्व केन्द्र में सत्तारूढ भारतीय जनता पार्टी(भाजपा)के खिलाफ मजबूत चुनौती पेश किये जाने की उम्मीदें आज उस वक्त कमजोर दिखायीं दीं जब कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी द्वारा आयोजित इफ्तार पार्टी में समाजवादी पार्टी और वामपंथी दलों के लोग नहीं आये।...

    नयी दिल्ली !  संसद के मानसून सत्र और बिहार विधानसभा चुनाव के पूर्व केन्द्र में सत्तारूढ भारतीय जनता पार्टी(भाजपा)के खिलाफ मजबूत चुनौती पेश किये जाने की उम्मीदें आज उस वक्त कमजोर दिखायीं दीं जब कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी द्वारा आयोजित इफ्तार पार्टी में समाजवादी पार्टी और वामपंथी दलों के लोग नहीं आये। राजधानी के अशोक होटल में आयोजित पार्टी में जनता दल (यूनाइटेड) की ओर से बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, पार्टी अध्यक्ष शरद यादव एवं महासचिव के.सी. त्यागी राष्ट्रीय जनता दल के जय प्रकाश नारायण यादव, तृणमूल कांग्रेस के डेरेक ओ ब्रायन, नेशनल कांफ्रेंस के नेता एवं जम्मू -कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के शरद पवार एवं तारिक अनवर, जनता दल सेक्युलर के कुंवर दानिश अली, द्रविड़ मुनेत्र कषगम की कनिमोझी और बहुजन समाज पार्टी (बसपा)के सतीश मिश्रा शामिल हुए। इफ्तार में वामदलों, जनता दल सेक्युलर बीजू जनता दल और समाजवादी पार्टी को भी आमंत्रित किया गया था लेकिन इन दलों की ओर से कोई प्रतिनिधि शामिल नहीं हुआ। पार्टी में पाकिस्तान, के उच्चायुक्त अब्दुल बासित के साथ साथ नेपाल, भूटान, अफगानिस्तान, इंडोनेशिया, नाईजीरिया तथा कुछ खाड़ी देशों के मिशन प्रमुखों ने भी भाग लिया।


    पार्टी में श्रीमती गांधी श्री नीतीश कुमार और श्री ब्रायन के साथ बैठीं तो श्री राहुल गांधी श्री उमर अब्दुल्ला, सुश्री कनिमोझी, श्री त्यागी और शरद यादव के साथ बैठे। पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह भी पार्टी में शामिल हुए। संसद का मानसून सत्र 21 जुलाई से शुरू हो रहा है तथा ललित मोदी गेट, व्यापम घोटाला सहित अनेक मुद्दों पर विपक्ष मोदी सरकार की तगड़ी घेराबंदी के मंसूबे बना रहा है। इसके लिए कांग्रेस विभिन्न विपक्षी दलों खासकर वामपंथी दलों को साथ लेकर सरकार को कड़ी चुनौती देना चाहती है। राजनीतिक हलकों में इफ्तार पार्टी में नेताओं की मौजूदगी को खेमेबंदी का प्रतीक माना जाता रहा है। बीजद, सपा, वामपंथी दलों के नेताओं की गैर मौजूदगी से संसद में संभावित समीकरणों की झलक दिखायी दी। पार्टी में श्री राहुल गांधी सभी लोगों के साथ मीडिया के लोगों से मिले और बहुत लोगों के साथ स्मार्ट फोन से सेल्फी भी खिंचवायी। पत्रकारों से हल्की फुल्की बातचीत में श्री गांधी ने कहा कि वह संसद में भ्रष्टाचार के मुद्दे पर बोलेंगे। पर किस मुद्दे पर बोलेंगे, यह पूछने पर उन्होंने कहा कि कुछ रहस्य बना रहना चाहिए।

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