नई दिल्ली ! नीति आयोग के सदस्य एवं जाने-माने अर्थशास्त्री बिबेक देबरॉय ने कहा है कि विकासशील देशों के सहस्त्राब्दि विकास लक्ष्य (एमडीजी) हासिल करने में यदि चीन का सबसे बड़ा योगदान रहा है तो अगले 15 साल में सतत विकास लक्ष्य (एसडीजी) हासिल करने में भारत विकासशील देशों की अगुवाई करेगा।
देबरॉय ने आज यहां एमडीजी पर संयुक्त राष्ट्र की सालाना रिपोर्ट जारी करते हुए कहा कि यदि विकासशील देशों की प्रगति रिपोर्ट अच्छी रही है तो इसमें चीन की बहुत बड़ी भूमिका है। उन्होंने कहा कि भारत का प्रदर्शन भी कोई खराब नहीं रहा है। गरीबी उन्मूलन, भुखमरी समाप्त करने और प्राथमिक शिक्षा के मानकों पर भारत ने ठीक-ठाक प्रदर्शन किया है, लेकिन स्वास्थ्य के क्षेत्र में हम पिछड़ गए हैं। उन्होंने कहा कि 2030 के लिए बनने वाला एसडीजी यदि हासिल होता है तो इसमें भारत का योगदान सर्वाधिक होगा। रिपोर्ट के मुताबिक, दुनिया में वर्ष 1990 के मुकाबले सवा डॉलर प्रतिदिन से कम पर गुजरा करने वाले लोगों की संख्या में 14 प्रतिशत की कमी आ चुकी है, घोर गरीबी में रहने वालों की संख्या 1.9 अरब से घटकर 83.6 करोड़ रह गयी है। भुखमरी का अनुपात 23.3 फीसदी से घटकर 12.9 फीसदी रह गया है। प्राथमिक स्कूलों में नामांकन वर्ष 2000 के 83 प्रतिशत से बढक़र 91 प्रतिशत पर पहुंच गया जबकि स्कूल न/न जाने वालों की संख्या 10 करोड़ से घटकर 5.7 करोड़ रह गई। स्कूल जाने वाली लड़कियों के अनुपात में भी सुधार हुआ है।