• हिंदू कट्टरपंथियों को बचा रही सरकार!

    नई दिल्ली ! केन्द्र में राजग सरकार के आने के बाद से अजमेर धमाकों को लेकर एनआई की जांच ढीली होती जा रही है। एनआईए पर हिंदू कट्टरपंथियों को बचाने के आरोप लगर रहे हैं। मालेगांव ब्लास्ट की सरकारी वकील रोहिणी सालियान ने पिछले दिनों ये सवाल उठाया था ...

    नई दिल्ली !  केन्द्र में राजग सरकार के आने के बाद से अजमेर धमाकों को लेकर एनआई की जांच ढीली होती जा रही है। एनआईए पर हिंदू कट्टरपंथियों को बचाने के आरोप लगर रहे हैं।  मालेगांव ब्लास्ट की सरकारी वकील रोहिणी सालियान ने पिछले दिनों ये सवाल उठाया था  अब अजमेर ब्लास्ट मामले में अभियोजन पक्ष के 14 महत्वपूर्ण गवाह अपने बयान से मुकर गए हैं,  जिससे राष्ट्रीय जांच एजेंसी की जांच पर भी सवाल उठने लगे हैं। गवाहों का कहना है कि बयान के लिए एनआईए ने दबाव डाला था। एक अंग्रेजी अखबार के मुताबिक अजमेर धमाका मामले के सरकारी वकील अश्विनी शर्मा के हवाले से बताया है कि इस मामले के 14 गवाह अपने बयान से मुकर गए हैं, इन धमाकों की जांच भी एनआईए कर रही है। अश्विनी शर्मा ने बताया कि इन सभी ने 2010 में मजिस्ट्रेट के सामने बयान दर्ज कराया था लेकिन जून 2014 में अपने बयान से पलट गए। 2007 में अजमेर में इफ्तार पार्टी के दौरान हुए धमाके में 3 लोगों की मौत हुई थी और 17 लोग घायल हुए थे। इस मामले की सुनवाई जयपुर में एनआईए की विशेष न्यायालय में सितंबर 2013 से चल रही है।


     

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