नई दिल्ली ! देश में 84 प्रतिशत लोगों ने कोई स्वास्थ्य बीमा योजना नहीं ले रखी है और लोगों को इलाज के लिए प्राइवेट अस्पतालों का सहारा लेने की स्थिति में सरकारी अस्पतालों की तुलना में चार गुना अधिक खर्च करना पड़ रहा है। राष्ट्रीय सैम्पल सर्वे द्वारा देश के 4,577 गांवों तथा 3,720 शहरी इलाकों में किए गए ताजा सर्वे के अनुसार 86 प्रतिशत ग्रामीण स्वास्थ्य बीमा योजना में नहीं है जबकि शहरी इलाकों में 82 प्रतिशत लोग बीमा योजना से वंचित है।
राष्ट्रीय स्वास्थ्य बीमा योजना या ऐसी किसी बीमा योजना के दायरे में शहरों में केवल 12 प्रतिशत तथा गांवों में केवल 13 प्रतिशत लोग है। जून 2014 में ग्रामीण इलाके के 36,480 परिवारों तथा शहरी इलाके के 29,452 परिवारों के बीच किए गए सर्वे के अनुसार गांवों में एक हजार लोगों में 89 लोग किसी न किसी बीमारी से ग्रसित हैं तथा शहरों में एक हजार लोगों में से 118 लोग बीमार हंै। इनमें से 90 प्रतिशत लोग एलोपैथी में इलाज कराते हैं। केवल पांच से सात प्रतिशत लोग ही आयुर्वेद, यूनानी, होम्योपैथी आदि से अपना इलाज कराते है। बीमार लोगों में से गांव के 72 प्रतिशत लोग तथा शहरों के 70 प्रतिशत लोग प्राइवेट डाक्टर तथा प्राइवेट अस्पतालों में इलाज कराते है। सांख्यिकी मंत्रालय द्वारा पेश इन आंकड़ों के अनुसार बीमार लोगों में से 4.4 प्रतिशत लोगों को साल में एक बार अस्पताल में भर्ती होकर अपना इलाज कराना पड़ता है। इनमें गांवों के 42 प्रतिशत लोग सरकारी अस्पताल में भर्ती होते हैं जबकि 58 प्रतिशत लोग निजी अस्पतालों में भर्ती होकर इलाज कराते हैं। शहरों में 32 प्रतिशत लोग सरकारी अस्पताल तथा 68 प्रतिशत लोग निजी अस्पताल में इलाज कराते हंै। आंकड़ों के अनुसार निजी अस्पतालों में औसतन लोगों को एक बार भर्ती होने पर 25850 रुपये खर्च करने पड़ते हैं जबकि सरकारी अस्पतालों में औसतन 6,120 रुपए खर्च करना पड़ता है। इनमें कैंसर के लिए औसतन 56,712 रुपए तथा हृदय रोग के लिए औसतन 31647 रुपये खर्च करने पड़ते हैं। अस्पताल में भर्ती हुए बगैर गांव के हर व्यक्ति को औसतन 509 रुपए तथा शहरों में औसतन 639 रुपए खर्च करने पड़ते हैं। आंकड़ों के अनुसार गांवों में 20 प्रतिशत प्रसव अस्पताल से बाहर होते हैं जबकि शहरों में यह प्रतिशत 10.5 है। इनमें गांवों में 55.5 प्रतिशत प्रसव सरकारी अस्पताल में जबकि 24 प्रतिशत प्रसव निजी अस्पताल में होते है। शहरों में यह प्रतिशत क्रमश: 42 तथा 47.5 है।