मिर्जापुर ! उत्तर प्रदेश के मिर्जापुर जिले के सीजेएम राजेश भारद्वाज ने आरटीओ चुन्नी लाल से मारपीट करने के मामले में सूबे के बेसिक शिक्षा एवं बाल विकास पुष्टाहार राज्यमंत्री कैलाश चौरसिया के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने का आदेश दिया।
अदालत के आदेश से राज्यमंत्री की मुश्किलें बढ़ गई हैं। एक और राज्यमंत्री राममूर्ति वर्मा पत्रकार जगेंद्र को जिंदा जलाए जाने के विवाद में पहले से फंसे हैं।
राज्यमंत्री चौरसिया पर आरोप है कि 12 जून को उन्होंने आरटीओ चुन्नी लाल को मिर्जापुर के स्टेशन रोड स्थित अपने जनसंपर्क कार्यालय पर बुलाया और लिपिक दिनेश मालवीय को कार्यभार ग्रहण न करने देने के लिए दबाव बनाया। जब आरटीओ ने उन्हें हाईकोर्ट का स्टे आर्डर उनके सामने रखते हुए उनकी बात मानने से इनकार कर दिया तो मंत्री ने स्टे आर्डर की कॉपी फाड़ दी और आरटीओ को थप्पड़ जड़ दिया।
मंत्री को आरटीओ पर हाथ उठाते देख उनके निजी सचिव अरविंद श्रीवास्तव व अन्य ने भी वफादारी निभाते हुए आरटीओ और दिनेश मालवीय की पिटाई कर दी। दोनों भागकर कटरा कोतवाली पहुंचे, तो वहां मंत्री के खिलाफ मामला दर्ज नहीं किया गया।
आरटीओ की पिटाई के विरोध में परिवहन विभाग के अफसरों व कमर्चारियों ने आंदोलन शुरू कर दिया। इसके बावजूद राज्यमंत्री व उनके गुर्गो के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं हुई। तब आरटीओ चुन्नी लाल ने अदालत की शरण ली। वह राज्यमंत्री व अन्य के खिलाफ मामला दर्ज कराने में कामयाब हुए।